‘बंजारा’ संस्था द्वारा संगीतमय नाटक ‘चरणदास चोर’ का किया भव्य मंचन

राजेश भारद्वाज स्टेट हेड हरियाणा

 

कलाकारों की जीवंत प्रस्तुति ने दर्शकों को किया भावविभोर, हबीब तनवीर की रचना ने समाज की कुरीतियों पर किया करारा प्रहार

 

 

रेवाड़ी। दक्षिणी हरियाणा की सुप्रसिद्ध सांस्कृतिक संस्था ‘बंजारा’ द्वारा रविवार देर शाम मॉडल टाउन स्थित बाल भवन में हिन्दी के महान नाटककार हबीब तनवीर द्वारा लिखित संगीतमय नाटक ‘चरणदास चोर’ का प्रभावशाली मंचन किया गया।

इस प्रस्तुति का निर्देशन युवा रंगकर्मी विक्रांत सैनी ने वरिष्ठ रंगकर्मी विजय भाटेटिया के मार्गदर्शन में किया। नाटक का संगीत राजवीर राजू और पुलकित ने तैयार किया।

 

संस्था के महासचिव गोपाल वासिष्ठ ने बताया कि 1988 से सक्रिय संस्था ‘बंजारा’ पिछले 37 वर्षों से विभिन्न राज्यों में रंगमंच के माध्यम से सामाजिक सरोकारों को मंच पर लाती रही है। संस्था के प्रेस सचिव योगेश कौशिक के अनुसार, कलाकारों ने इस नाटक के माध्यम से दर्शकों को भावनात्मक रूप से झकझोर दिया।

 

नाटक की कहानी एक चोर ‘चरणदास’ के इर्द-गिर्द घूमती है, जो चोरी करते हुए भी अपने सिद्धांतों पर अडिग रहता है। गुरु से वचन लेने के बाद उसका जीवन कई मोड़ों से गुजरता है, जहाँ उसे सत्य और प्रलोभन के बीच संघर्ष करना पड़ता है।

प्रमुख संवाद – “गुरुजी, मैं तो अंधेरे में चोरी करता हूँ, लेकिन आप तो दिनदहाड़े लोगों के बीच चोरी करते हो।”

यह संवाद समाज की दोहरी मानसिकता और पाखंड पर तीखा व्यंग्य करता है।

 

नाटक के दौरान दर्शक कई बार हँसे, भावुक हुए और अंत में सोचने पर मजबूर हो गए कि सच्चाई और ईमानदारी की क्या कीमत है।

 

मुख्य भूमिकाओं में

देवेंद्र सिंह, मानसी, रजनी, मनोज कुमार, धीरज शर्मा, प्रतीक गर्ग, अर्जुन वर्मा, सन्नी, हिमांशु, यदुवंश और पंकज जैसे कलाकारों ने शानदार अभिनय कर दर्शकों को मंच से जोड़े रखा।

 

कार्यक्रम की सफलता में संस्था के वरिष्ठ सदस्य खूबराम सैनी, ऋषि सिंहल, विनोद शर्मा, सत्यप्रकाश, रविंद्र, मयंक सैनी, गोविंद, गजानंद आदि ने सहयोग किया।

 

कार्यक्रम में डा. यशपाल यादव, सुधीर यादव, सुनील अग्रवाल, अरुणांशु भारद्वाज, शिव कुमार, नरेश यादव, राजेश भुल्लड़ समेत शहर के कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे और उन्होंने कलाकारों की सराहना की।

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