नायब का “नायाब” चेहरा — भाजपा ने सैनी को बनाया ओबीसी वर्ग का बड़ा चेहरा

राजेश भारद्वाज स्टेट हेड हरियाणा

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अब सिर्फ प्रदेश तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि भाजपा उन्हें देशभर में ओबीसी वर्ग के बड़े नेता के रूप में प्रोजेक्ट करने की रणनीति पर काम कर रही है। पार्टी ने नायब सिंह सैनी के बढ़ते जनाधार और लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश, बिहार और पंजाब जैसे राज्यों के चुनावी अभियान में अहम भूमिका देने की तैयारी शुरू कर दी है।

 

पार्टी सूत्रों के अनुसार, नायब सिंह सैनी की ओबीसी समुदाय में गहरी पकड़ और संगठन पर मजबूत पकड़ ने उन्हें एक सशक्त राष्ट्रीय चेहरा बना दिया है। 2024 लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीजेपी की हैट्रिक के पीछे भी सैनी की छवि और मेहनत को अहम माना जा रहा है।

 

*पंजाब में दिखाई सियासी ताकत*

 

हाल ही में पंजाब में हुए चुनावों के दौरान नायब सिंह सैनी ने भाजपा के प्रचार अभियान में ओबीसी चेहरे के तौर पर सक्रिय भूमिका निभाई थी। उनकी भाषण शैली और जनसंपर्क ने पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती देने का काम किया। अब यही रणनीति उत्तर प्रदेश और बिहार में दोहराई जाएगी।

 

*राजनीतिक सफर और संगठन से जुड़ाव*

 

नायब सिंह सैनी का राजनीतिक सफर भाजपा युवा मोर्चा से शुरू हुआ। 2005 में वे अंबाला जिला युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने। 2014 में नारायणगढ़ से विधायक चुने गए, फिर 2016 में राज्य मंत्री बने। 2019 में कुरुक्षेत्र से सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने 2024 में हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली।

 

*2027 की तैयारी, राष्ट्रीय रणनीति पर फोकस*

 

भाजपा अब 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नायब सिंह सैनी के प्रभाव को और विस्तार देना चाहती है। पार्टी का उद्देश्य स्पष्ट है — ओबीसी वोट बैंक को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करना और सैनी को एक सर्वमान्य चेहरा बनाना।

 

*क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषक?*

 

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नायब सिंह सैनी की सादगी, संगठन क्षमता और ओबीसी समुदाय में पकड़ उन्हें उत्तर भारत के चुनावी समीकरणों में एक अहम चेहरा बना सकते हैं। यदि पार्टी सही तरीके से प्रचार रणनीति अपनाती है, तो सैनी भाजपा के लिए एक गेमचेंजर साबित हो सकते हैं।

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