डीएसपी हेडक्वार्टर डॉ रविन्द्र सिंह ने सभी बैंक प्रबंधकों के साथ की बैठक 

राजेश भारद्वाज स्टेट हेड 

 

पुलिस अधीक्षक रेवाड़ी श्री गौरव राजपुरोहित भा.पु.से. के दिशा निर्देश पर मंगलवार को डीएसपी हेडक्वार्टर डॉ रविन्द्र सिंह ने अपने कार्यालय लघु सचिवालय रेवाड़ी में बढ़ते साइबर अपराध के सम्बन्ध में जिला रेवाड़ी के सभी बैंक प्रबंधकों के साथ बैठक की। बैठक में साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक आनन्द भी विशेष रूप से मौजूद रहे।

 

बैठक में डीएसपी हेडक्वार्टर डॉ रविन्द्र सिंह ने सभी बैंक प्रबंधकों को साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले विभिन्न तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा की साइबर अपराध होने पर पुलिस गोल्डन आवर्स की सीमा में काम करते हुए रिस्पांस टाइम को कम करने की दिशा में प्रयास कर रही। इस कार्य में जितनी महत्वपूर्ण भूमिका पुलिस विभाग की है उतनी ही बैंक कर्मियों की भी है, इसके लिए बैंकों तथा पुलिस विभाग में बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए काम किया जाना अत्यंत आवश्यक है ताकि साइबर अपराध होने पर दोनों एक टीम के रूप में काम करते हुए साइबर अपराध को प्रभावी ढंग से रोक सके।

 

उन्होंने सभी बैंकों को निर्देश देते हुए कहा की बैंक आरबीआई की गाइडलाइन के अनुसार ईकेवाईसी को ठीक प्रकार से करें ताकि फर्जी बैंक खाते ना खोले जा सकें। उन्होंने कहा कि आरबीआई के दिशा-निर्देशों की पालना अनिवार्य है। इसलिए सभी बैंक अधिकारी अपने बैंकों में इनकी पालना सुनिश्चित करें।

 

उन्होंने सभी बैंक मैनेजर से कहा कि साइबर ठगी से बचने के लिए ग्राहकों को जागरूक करें और साइबर हेल्पलाइन-1930 की जानकारी अवश्य दें। साइबर हेल्पलाइन के लिए बैंक परिसर में साइन बोर्ड भी लगवाएं।

 

उन्होंने सभी बैंक मैनेजर से कहा कि साइबर ठगी के मामलो में वह सभी अनुसंधान अधिकारियों को समय पर बैक सम्बन्धित सभी डाटा उपलब्ध करवाए ताकि साइबर ठगी के मामलो में त्वरित कार्रवाई की जा सके। जिस पर सभी बैंक मैनेजर ने आश्वासन दिया की जल्द ही वह सभी बैंकों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित करगे। जिससे साइबर सम्बन्धित सभी डाटा समय पर उपलब्ध करवा दिया जाएगा।

 

मीटिंग के दौरान सभी बैंक प्रबंधकों को बैंकों की सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए जिनमें मुख्यतया इस प्रकार है-

 

i) बैंक में लगा सेंसर अलार्म सही तरीका से कार्य करें।

 

ii) बैंक में 24 घंटे हथियार सहित गार्ड की तैनाती की जाए।

 

iii) बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे उच्च गुणवत्ता एवं चालू हालत में हो साथ ही कैमरा की रिकॉर्डिंग 90 दिन या उससे अधिक हो।

 

iv) बैंक का शटर गुप्त ताले से लैस हो तथा बैंक परिसर के शटर पर सेंट्रल लॉक लगा हो।

 

v) बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे की लोकेशन इस स्थिति में हो कि वह बैंक के अंदर व बाहर की रिकॉर्डिंग कर सके।

 

vi) बैंक में नकदी लाने व ले जाने की पर्याप्त प्रबंध हो।

 

vi) आपातकालीन प्रतिक्रिया सिस्टम का संचालन सही प्रकार से हो रहा हो।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या शाहाबाद में महिला डिग्री कॉलेज की स्थापना की जरूरत है?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129