फिरोजाबाद पहुंचे आरपीएफ के आईजी

करतार सिंह पौनिया ब्यूरो चीफ फिरोजाबाद 

 

बोले- ट्रेनों में सफर करने वाली महिलाओं की मेरी सहेली कार्रवाई से सुरक्षा करती है आरपीएफ

 

फिरोजाबाद – रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त (आईजी) ने गुरुवार को टूंडला रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। जहां अधीनस्थों के साथ बैठक कर सुरक्षा संवाद किया। उन्होंने ट्रेनों में अनाधिकृत रूप से दूसरे कोचों में यात्रा करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए खाका तैयार किया।

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गुरुवार साढ़े 10 बजे टूंडला रेलवे स्टेशन पहुंचे आईजी एएन सिन्हा ने वीआईपी लाज में सुरक्षा कर्मियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने रेलवे स्टेशन के साथ ही विभिन्न ट्रेनों में सुरक्षा को लेकर दिशा निर्देश दिए। उन्होंने आरक्षित कोचों में अनाधिकृत रूप से घुसकर यात्रा करने और यात्रियों को परेशान करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। बैठक उपरांत उन्होंने आरपीएफ थाने का निरीक्षण किया। जहां सुरक्षाकर्मियों के हथियारों को बारीकी से देखा। आईजी ने बताया कि रेल और आरपीएफ के पास यात्रियों द्वारा शिकायत की जाती हैं कि कुछ अनाधिकृत यात्री दूसरे कोच में घुस जाते हैं। जिससे उन्हें परेशानी होती है। इसे लेकर सुरक्षा संवाद किया गया था। सीसीटीवी विद विजन रिकंडीशन सिस्टम (एफआरएस) (चेहरे की पहचान करने वाली प्रणाली एक ऐसी तकनीक है, जो तंत्रिका नेटवर्क के चैनलों का उपयोग करके किसी व्यक्ति को डिजिटल छवि या वीडियो स्रोत से वीडियो फ्रेम से पहचानने या सत्यापित करने में सक्षम है।) इससे कोई भी अपराधी आरपीएफ से बच नहीं सकेगा। उन्होंने कहा कि ट्रेनों में किन्नर बनकर यात्रियों को परेशान करने वालों के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई होगी। आरपीएफ को ट्रेनों में घटना घटित होने पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। इस ट्रैक पर काफी ट्रेनें चलती हैं। इसलिए सुरक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनरल बोगियों के अलावा पूरी ट्रेन में घटनाएं होने पर कार्रवाई की जाती है।

 

जनरल बोगियों में घटना होने पर कनैक्टिंग न होने पर पहुंचने में थोड़ी देरी होती है। दूसरे स्टेशन पर रुकने पर आरपीएफ वहां पहुंचती है। जनरल बोगियों पर भी हमारा काफी फोकस है। जनरल बोगियों में उतरने और चढ़ने वालों पर भी सीसीटीवी के जरिए नजर रखी जाती है। इस मौके पर आरपीएफ कंपनी कमांडर अमित यादव समेत काफी संख्या में आरपीएफ के जवान उपस्थित रहे।

महिला सुरक्षा को लेकर आईजी ने बताया कि जो महिलाएं अकेले सफर करती हैं। उनके लिए मेरी सहेली नामक कार्रवाई आरपीएफ कर रही है। उनकी सुरक्षा मानीटरिंग की जाती हैं। आरपीएफ में नौ प्रतिशत स्टाफ महिला सुरक्षाकर्मी हैं जो महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करती हैं। इसका फीड बैक भी महिलाओं से अच्छा मिलता है। महिला आरपीएफ द्वारा उनसे फीडबैक लिया जाता है।

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