दुष्कर्म के मामले में दोषमुक्त होने पर पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने बुलाई प्रेसवार्ता,बोले बदनाम करने को की गई थी साजिश

अभिषेक चौहान सब ब्यूरो शाहजहाँपुर 

 

शाहजहांपुर। जनपद की एमपी एमएलए कोर्ट ने रेप के मामले में पूर्व केंद्रीय ग्रह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को कल बरी कर दिया। अदालत से बरी होने के बाद आज चिन्मयानंद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, संस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए मुझे निशाना बनाया गया। उन्होंने संदेश दिया है कि, मुझे नुकसान पहुंचा दो, लेकिन संस्थान को नुकसान न पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि, योगी मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट हैं। आरोप से बरी हो गया हूं, अब राम मंदिर के दर्शन करने जाएंगे।

चिन्मयानंद ने कहा कि, जिस दिन मेरे आयु के 75 वर्ष पूरे हो रहे थे। उसी दिन उन्होंने राजनिति से खुद को पूरी तरह अलग करने की घोषणा की थी। उसके बाद से किसी ने मुझे राजनीति में सक्रिय नही पाया और न पाएंगे। उन्होंने छवि खराब कराने वालों को संदेश दिया है कि, अगर वो लोग उनकी छवि खराब करना चाहते हैं तो बिल्कुल करें,लेकिन संस्थान को नुकसान न पहुंचाएं। संस्था की प्रगति में बाधा न बने। आश्चर्य इस बात का है कि, मुझे बदनाम करने के लिए लाॅ कालेज को माध्यम बनाया गया। जिन दो लड़कियों को इसमे इस्तेमाल किया गया, वो दोनो लाॅ कालेज में पढ़ती थीं। दोनो को ही महाविद्यालय की वित्तीय सहायता से पढ़ने का मौका दिया गया था और उन्ही को इस्तेमाल किया गया। ये समझ नही आता कि, लाॅ कालेज को ही क्यों इस्तेमाल किया गया। इससे साफ जाहिर होता है कि, उन लोगों की नियत लाॅ कालेज को नुकसान पहुंचाने की नियत थी। वो अपने उद्देश्य में सफल नही हुए।

चिन्मयानंद ने कहा कि, वर्चस्व की लड़ाई में मेरा तो नुकसान किया ही, साथ ही 2011 से मेरा पासपोर्ट जब्त है ।मै विदेश यात्रा नही कर सकता। पहले हर वर्ष विदेश की दो यात्राएं हुआ करती थीं। जब मै जाता था तो मैं नही होता था, मेरे साथ शाहजहांपुर विदेश जाता था। कुछ दिन पहले ही सिडनी से मेरे पास निमंत्रण आया। मैं किसी भी अंतरराष्ट्रीय सभा, चर्चा और सेमीनार में भाग नही ले पाता था। मेरे फोटो को योगी के साथ जोड़कर न्यूयार्क में पीएम की सभा में पोस्टर फेंके गए थे ।उसमे रेप की कहानी बताई गई थी। मेरा नाम लेकर विधानसभा में भी नेताप्रतिपक्ष ने योगी पर आरोप लगाए। मेरा नाम राजनैतिक उद्देश्य से लेकर योगी को बदनाम करने में किया गया। सभी जानते हैं मेरे और योगी के क्या संबंध हैं।

उन्होंने कहा कि, राममंदिर के भूमि पूजन में नही गया, मंदिर के उद्घाटन में भी नही गया। जिसने मेरे उपर आरोप लगा था, उसी दिन योगी से कहे दिया था कि, तब तक उनके साथ सार्वजनिक कार्यक्रम में खड़े नही होंगे। जब तक उनके खिलाफ लगे आरोप खत्म नही हो जाएंगे। उनसे कहा था कि, किसी भी कार्यक्रम में उनके साथ खड़ा हो गया तो, प्रेस फोटो लेकर योगी को बदनाम करेगा। लेकिन किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में उनके साथ शामिल नही हुए। उन्होंने कहा कि, मीडिया को लोग इस्तेमाल करते हैं। हो सकता है कि, मेरे खिलाफ भी इस्तेमाल किया गया हो, पूरे मामले में वह मीडिया को दोष नही देते है।

उन्होंने कहा कि, अब राममंदिर के दर्शन करने जाएंगे, ये अधिकार मेरा है और पहले भी था, मेरे पास विशेष निमंत्रण आया और फोन भी आया था। सिर्फ इसलिए वहां नही गए कि, मुझे योगी के साथ सार्वजनिक कार्यक्रम से बचना था। हम किसी भी कीमत पर योगी को बदनाम होते देखना नही चाहते हैं। क्योंकि योगी मेरे ड्रीम प्रोजेक्ट हैं। वो हमारा सपना है, मेरा संकल्प है। उनके बढ़ते हुए कदम में मैं सहयोगी बनूं, ये मेरा सौभाग्य है। मुझे फंसाने के लिए दो पत्रकारों ने षड्यंत्र रचा था, मेरी ज़ुबान पर दोनो के नाम हैं। सिर्फ सात में इस देश का नेतृत्व उस व्यक्ति के हाथ होगा, वो मेरा लाडला व्यक्ति होगा। मैने इसी सभाकक्ष में योगी से कहा था कि, अगर आप गोरखपुर को द्वारिकापुरी बना रहे हैं। तो शाहजहांपुर को सुदामापुरी बना दो। उनसे संबन्ध का लाभ मैने शाहजहांपुर वासियों को देने की कोशिश की थी। लेकिन लाभ नही दे पाया। कुछ लोगों ने निजी लाभ के लिए बाधा पहुंचाई।

 

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या शाहाबाद में महिला डिग्री कॉलेज की स्थापना की जरूरत है?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129