पिहानी के श्री राम महायज्ञ की सुरक्षा सुरक्षा को लेकर प्रशासन चौकन्ना, 46 सीसी टीवी कैमरा से होगी निगरानी

श्यामजी गुप्ता ब्यूरो हरदोई

विनय कृष्ण गुप्ता संवाददाता पिहानी

श्री राम महायज्ञ को लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। महायज्ञ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़भाड़ को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन भी चौंकन्ना हो गया है। श्री राम महायज्ञ स्थल बाबा मैरिज हॉल में वाई फाई संचालित सीसीटीवी 46 कैमरे लगाए गए हैं क्योंकि समारोह में बड़ी संख्या में आगंतुकों के शामिल होने की उम्मीद है। पुलिस ने श्री राम महायज्ञ की सुरक्षा का खाका का तैयार कर लिया है। पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी चयनित कर दी गई है।

पिहानी कोतवाल धर्मदास सिद्धार्थ ने कहा, “पुलिस की तैनाती कर दी गई है और पूरे कार्यक्रम स्थल के आसपास के इलाकों में वाई फाई से संचालित सीसीटीवी लगाए गए हैं।” कोतवाल ने कहा कि भव्य समारोह के लिए कस्बे आने वाले भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा के 14 जनवरी को प्रातः 9 बजे से गायत्री प्रज्ञा पीठ से श्री राम महायज्ञ स्थल तक जाने वाली विराट शक्ति कलश शोभा यात्रा की सुरक्षा के भी प्रबंध कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस को हर जगह इस तरह से तैनाती की जाएगी कि किसी को भी किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।

वास्तुशास्त्र के अनुसार बनाए गए हैं श्री राम महायज्ञ के विशेष आकार के कुंड

गायत्री प्रज्ञा पीठ के प्रमुख ट्रस्टीअतुल कपूर ने बताया कि सनातन धर्म में हमेशा से हवन और यज्ञ करने की प्रथा आदिकाल से चली आ रही है। हवन सामग्री,शुद्ध घी,पवित्र वृक्षों की लकड़ियां, जड़ी बूटी व वनौषधियां और कपूर आदि के जलने से उत्पन्न अग्नि और धुएं से वातावरण शुद्ध तो होता ही है और नकारात्मक शक्तियां भी दूर भागती हैं। उन्होंने कहा कि विशेष प्रकार के हवन कुंडों से विशेष लाभ प्राप्त करने की भी प्राचीन परंपरा रही है।

अर्द्धचन्द्राकार के हवन कुंड में हवन करने पर पारिवारिक जीवन में आने वाली सभी प्रकार की समस्याओं से व्यक्ति को छुटकारा मिलता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

त्रिकोण कुंड में हवन करने पर शत्रुओं का नाश होता है और उन पर सदैव विजय की प्राप्ति होती है। इस तरह के हवन कुंड में यज्ञ करने पर भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है। श्री राम ने भी लंका पर विजय प्राप्त करने के उद्देश्य से शिवजी का विशेष पूजन किया था।

गोलाकार के वृत्त कुंड में जन कल्याण के लिए इस तरह के कुंड में हवन किया जाता है। ऋषि-मुनि संसार के कल्याण के लिए इस तरह के हवन कुंड का प्रयोग किया करते थे। श्री राम महायज्ञ में इस विशेष आकार के कुंड में जनकल्याण के लिए आहुतियां दी जाएंगी।

समअष्टास्त्र कुंड में श्री राम महायज्ञ में लोगों के सुखी और निरोग जीवन के लिए विशेष मंत्रों से आहुतियां दी जाएगी। अगर किसी व्यक्ति को कोई गंभीर बीमारी है तो उससे छुटकारा पाने के लिए इस तरह कुंड में हवन कर सकते हैं। इसमें हवन करने पर व्यक्ति को रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है और निरोगी काया की प्राप्ति होती है।

समषडस्त्र कुंड में 6 कोने होते हैं। इसमें जब हवन किया जाता है जब समाज में प्रेम और सद्भावना पैदा होती है।

चतुष्कोणास्त्र कुंड में चार कोण होते हैं। इसमें हवन करने से जीवन में हो रही उथल-पुथल को रोका जाता है और शांति की प्राप्ति की जाती है। इस कुंड का प्रयोग छोटे यज्ञों में भी किया जाता है।

 

पदम कुण्ड का आकार कमल के फूल जैसा होता है। यह ऐसा हवन कुंड होता है जिसे 18 भागों में बांटा जाता है। इस कुंड में हवन करने पर शत्रुओं का नाश होता है। जिन लोगों के भाग्य में राजयोग है, उन्हें इस कुंड पर बैठकर हवन करने से राजसत्ता का सुख मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

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