उन्नाव मे पूरे ठाठ वाठ से साल 2023 के अंत मे उत्शाह के साथ तुलसी पूजन यात्रा पूर्णता भगवामय

मोहित गुप्ता मंडल संवाददाता 

 

उन्नाव / शहर, विमल द्विवेदी ने दी अटल जी व मदन मोहन मालवीय जी सहित अयोध्या में बलिदान हुए हजारों कारसेवकों को श्रद्धांजलि

25 दिसंबर को हिन्दू जागरण मंच व नर सेवा नारायण सेवा द्वारा पिछले वर्षों की भांति ही संस्थापक विमल द्विवेदी की अगुवाई में भव्य तुलसी पूजन यात्रा निकाली गई यात्रा का शुभारंभ पूज्य संतों व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक व संस्थापक विमल द्विवेदी ने प्रभु श्री राम का पूजन अर्चन कर आरती किया गया इस दौरान श्री राम मंदिर का माडल व 15 फीट ऊंची श्री राम मूर्ति आकर्षण का केंद्र रही पूरा शहर भगवा ध्वक्षजों से मंच के कार्यकर्ताओं ने पाट दिया। यात्रा में दर्जन भर दंडी सन्यासी विमल दिवेदी के साथ चल रहे थे। खाटू श्याम जी सहित सैकड़ो भव्य झांकियों ने यात्रा को पूरी भव्यता प्रदान की,जयश्रीराम हर हर महादेव के जय घोषों के साथ ही यात्रा का नेतृत्व सुसज्जित घोड़ो का दल व आर्मी बैंड आगे-2 कर चल कर कर रहे थे इस दौरान आमजनमानस में 51000 तुलसी के पौधों का निशुल्क वितरण करने का उपक्रम पिछले एक माह से जारी है जो रामलीला मैदान से लेकर आज यात्रा मार्ग में भी हिन्दू जागरण मंच द्वारा किया गया। लोगों ने रुक रुककर तुलसी के पौधे प्राप्त किये। कार्यकर्ता पिछले एक माह से जनसंपर्क के साथ तुलसी के पौधे देकर यात्रा में लोगों को आमंत्रित कर रहे थे।

ज्ञात हो दोनों भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी जी व मदन मोहन मालवीय जिनका जन्मदिन भी आंग्ल तिथि अनुसार 25 दिसंबर होता है उनके साथ अयोध्या आंदोलन में बलिदान हुए कारसेवकों को भी अपनी विनम्र श्रद्धांजलि विमल द्विवेदी ने दी।

यात्रा शहर के रामलीला मैदान से प्रारम्भ होकर आवास विकास के वृंदावन गार्डन तक गई वहां पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई जी के जन्मदिन को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया गया। इस दौरान मंच के संस्थापक विमल द्विवेदी ने बताया सनातन धर्म मे तुलसी एक पूज्य एवम बेहद गुणकारी पौधा है ,कोरोना काल मे लाखों लोगों का जीवन तुलसी के काढ़े से बचा है। तो लोगों को अपसंस्कृति के प्लास्टिक के पौधे घर मे सजाने के बजाए तुलसी जैसे गुणकारी पौधों को हर घर मे लगाना चाहिए। भारतीय संस्कृति एक जीवंत संस्कृति है जो लाखो करोड़ो वर्षों से अपनी निरंतरता बनाए हुए है जिसका कारण उसका वैज्ञानिक पक्ष है।ईसाई मिशनरियों के छल फरेब का प्रतिकार आवश्यक है अन्यथा ये घुन की तरह समाज को खा रहे है मिशनरियां धर्मांतरण का गंदा खेल आज भी जारी रखे हैं आज भी रेलवे,डिफेंस के बाद सबसे अधिक जमीन भारत मे वक्फ़ बोर्ड और कैथोलिक चर्चों के पास हैं।उन्होंने हाल ही में धर्मांतरण पर कड़ा कानून केंद्र सरकार से बनाने की अपील की व वक्फ़ बोर्ड ,कैथोलिक चर्चों जैसे फ्रॉड संस्थाओं को बैन कर जमीनें वापस लेने की मांग की ताकि हिन्दू संस्कृति को बचाया जा सके। इस दौरान मंच के जिला संयोजक अजय त्रिवेदी , विकास सिंह सेंगर, मनीष अवस्थी, विष्णु गुप्ता, आचार्य कमलेश बाजपेई गायत्री परिवार, धर्मेंद्र शुक्ला, अभिषेक तिवारी, आलोक शुक्ला, मनीष मिश्रा, आदि सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या शाहाबाद में महिला डिग्री कॉलेज की स्थापना की जरूरत है?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129