पर्यावरण असंतुलन बढ़ने से मानव जीवन का अस्तित्व खतरे में, बेहतर पर्यावरण के लिए वृक्ष बेहद महत्वपूर्ण- जिलाधिकारी।

मृदुल कुमार कुलश्रेष्ठ सिटी रिपोर्टर मैनपुरी

 

ऑक्सीजन प्राण-वायु के रूप में वातावरण में शामिल, जितने अधिक होंगे वृक्ष, वातावरण में उतनी अधिक होगी ऑक्सीजन- अंजनी कुमार।

 

मैनपुरी 05 जून, 2025- जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने पी.एम. श्री राजकीय इंटर कॉलेज में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ’’एक पेड़ मॉ के नाम थीम’’ पर पौधा रोपण करने के उपरांत आयोजित गोष्ठी में उपस्थित छात्र-छात्राओं, सम्बन्धित व्यक्तियों से संकल्प लिया कि सभी वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत एक पौधा अवश्य रोपित कर उसकी देखभाल करें, आप द्वारा रोपित पौधा एक दिन वृक्ष के रूप में विकसित होकर पर्यावरण संतुलन के साथ आने वाली पीढ़ी को जीवनदायिनी ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होने कहा कि मानव की गाथा जैसे-जैसे आगे बढ़ती गयी, वैसे-वैसे हम वृक्ष़ों, वनों से दूर होते गये, आदिमानव का जीवन वनों में व्यतीत हुआ, पौराणिक साहित्य, वेदों में चार आश्रमों का वर्णन मिलता है, ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ एवं संन्यास आश्रम, जिसमें जीवन के चार आश्रमों में दो आश्रम पूरी तरह से वृक्ष, वन से मिले हुये थे, वनप्रस्थ आश्रम वन को गमन करना, संन्यास आश्रम यानि परिवार से अलग होकर वन में ही निवास करना था, यही वजह थी कि हमारे पूर्वज तमाम प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित रहते थे।

श्री सिंह ने कहा कि वृक्षों, वनों से अलग रहकर मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती, हमारी प्राण वायु ऑक्सीजन है, हम सब जानते हैं कि वातावरण में 21 प्रतिशत ऑक्सीजन है, धरा पर जितने अधिक वृक्ष होंगे उतनी ज्यादा ऑक्सीजन वातावरण में रहेगी, जहां ऑक्सीजन ज्यादा होगी वहां स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, अच्छा स्वास्थ्य हजार वरदानों के बराबर है। उन्होने कहा कि पर्यावरण असंतुलन बढ़ने से मानव जीवन का अस्तित्व खतरे में रहेगा, बेहतर पर्यावरण, तापमान में कमी लाने में वृक्षों की महति भूमिका है, इसलिए सभी लोग देश के भविष्य बच्चों को बेहतर पर्यावरण उपलब्ध कराने मंे एक पौधा रोपित कर अपना योगदान दें। उन्होने कहा कि आप सुख-सुविधा की सारी वस्तुएं एकत्र कर लें लेकिन आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो कुछ भी नहीं हैं, और स्वास्थ्य अच्छा तब रहेगा जब हम वृक्षों के जितना पास रह सकेंगे। उन्होने कहा कि एक वृक्ष 10 संतानों के समान होता है, एक वृक्ष आपकी उतनी ही देखभाल कर सकता है, जितनी आपकी 10 संताने करेंगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना खंडकाल में एक संक्रमण ने पूरी मानव जाति को हिला कर रख दिया, महानगरों, बड़ी आबादी वाले शहरों, विकसित देशों मंे असंख्य लोग कोरोना वॉयरस की चपेट में आये, लेकिन इस महामारी के दौर में भी जहां वन क्षेत्र अधिक हैं, जो लोग गांव में निवास करते हैं और उनके आस-पास वृक्षों की संख्या अधिक है, उन्हें महामारी के इस दौर में भी काफी राहत मिली, क्योंकि उनके आस-पास के वातावरण मंे वृक्षों के कारण ऑक्सीजन की मात्रा अधिक थी, उनके आस-पास का वातावरण शहरों की अपेक्षा काफी बेहतर था यदि हम सबको प्राकृतिक आपदाओं से बचना है तो वृक्षों के महत्व को समझ अधिक से अधिक पौधे रोपित करने होंगे।

पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद शाहा ने आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति में पेड़-पौधों का बहुत महत्व है, प्रकृति का मतलब ही पेड-पौधे हैं। उन्होने कहा कि अन्य ग्रहों पर जीवन नहीं, पृथ्वी पर जीवन है, यह अद्भुत है, पेड़ों को जीवन दायिनी कहा गया है, वृक्षों पर मानव तो आश्रित है ही बल्कि तमाम पशु-पक्षी, जीव भी वृक्षों पर आश्रित है, पक्षियों को आश्रय देने का सबसे सशक्त माध्यम भी पेड़-पौधे है, घटती वृक्षों की संख्या मानव जाति के साथ-साथ पशु-पक्षियांे के लिए हानिकारक है। उन्होंने सभी का आव्हान करते हुए कहा कि वृक्षों से लगाव रखें, हमारे पूर्वजों का प्रकृति से लगाव रहा, सभी लोग अपने से वायदा करें कि कम से कम 02-02 पौधे लगाकर उनसे भावनात्मक जुड़ाव रखें, उनकी नियमित देखभाल करें ताकि आने वाली पीढ़ी को बेहतर पर्यावरण मिल सके।

मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जनपद पर्यावरण की दृष्टि से समृद्ध, संपन्न है, हमें इस जनपद की संपन्नता को और बढ़ाना है। उन्होने कहा कि जनपद की वायु, जल, मृदा की गुणवत्ता काफी बेहतर है लेकिन आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए इसे और बेहतर बनाना है। उन्होने कहा कि विगत् कुछ वर्षों में पर्यावरण में असंतुलन बिगड़ा है, बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को रोकने की जिम्मेदारी हम सबके ऊपर है और इसके लिए आवश्यक है कि हर व्यक्ति एक पौधा लगाये और उसकी देखभाल कर उसे वृक्ष के रूप में तब्दील करें। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सुधार की दिशा में सभी अपना योगदान दें, कचरे का सही निस्तारण करें, पर्यावरण दिवस औपचारिकता के रूप में न रहे बल्कि सभी जिम्मेदारी लेकर पर्यावरण सुधार की दिशा में कार्य करें।

जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी ने वृक्ष भंडारण के तहत विद्यालयों के बच्चों को पौधा भेंट कर अपने घर, उपलब्ध भूमि पर रोपित कर देखभाल करने हेतु प्रेरित किया। प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी संजय कुमार मल्ल ने सभी आगतुंकों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर.सी. गुप्ता, अपर पुलिस अधीक्षक अरूण कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार, प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज अनिल कुमार, प्रधानाचार्या जीजीआईसी सुमन यादव, उप क्षेत्रीय वनाधिकारी राजीव दीक्षित, क्षेत्रीय वन अधिकारी विपिन मिश्रा, वीरेन्द्र प्रताप, शोएब आलम अंसारी आदि उपस्थित रहे, गोष्ठी का संचालन उप प्रभागीय वनाधिकारी वंदना सिंह ने किया।

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