कपित्थ या कैथा जाने कितना है फायदेमंद

विशाल गुप्ता मुख्य संपादक -9026309999

एक फल है जो बेल जैसा होता है। इसे कठबेल भी कहते हैं। आयुर्वेद में कैथ को पेट रोगों का विशेषज्ञ माना गया है। इसका जहाँ शर्बत इस्तेमाल किया जाता है, वहीं चटनी भी खूब पसंद की जाती है। भारत में कैथ दक्षिण भारत से लेकर उत्तर भारत में पाया जाता है। इसके अलावा यह बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, जावा, मलेशिया आदि में भी पाया जाता है।

मोटे तौर पर कैथ को दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है। पहले वर्ग में छोटे आकार के कैथ फल होते हैं जो स्वाद में बहुत खट्टे होते हैं साथ ही गले पर भी असर करते हैं। दूसरे वर्ग में वह कैथ है जो आकार में बड़ा होता है। इसका गूदा खट्टापन लिए मीठा होता है। इसके फल कच्चे रहने पर हल्का हरा रंग लिए होते हैं जबकि पकने पर सफेद रंग के हो जाते हैं। इसके फलों का डंठल कड़ा होता है इसलिए यह आसानी से टूटता नहीं है तथा पकने पर स्वयं ही टूट कर गिर जाता है । इसके फल बसंत ऋतु में पकते हैं तथा पके हुए फल की सुगंध पेड़ के चारों ओर फैल जाती है।

कैथा को पेड़ से तोड़ने के बाद धूप में सूखाने के लिए इसकी कटाई की जाती है। इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है। कैथा ज्यादा पक जाने पर इसका स्वाद मीठा लगता है जिसे फल के रूप में भी खा सकते हैं। इस फल की ऊपरी परत काफी कठोर होती है। इसे सामान्य भाषा में गिर कहा जाता है। इसके अंदर का हिस्सा मुलायम होता है। इसके बाद गिर की सफाई करके उसे धूप में सुखाया जाता है। और बाद में मंडियों में इसे बेचा जाता है।

कैथा देश में बहुत कम मात्रा में पाया जाता है, मगर मालवा में इसके अधिक पेड़ पाए जाते हैं।कैथा का सर्वाधिक उपयोग औषधीय दवाइयां बनाने में किया जाता है। इसे खाने से मधुमेह, हृदय रोग जैसी समस्याओं से निजात मिलता है और पाचन तंत्र के लिए यह बहुत उपयोगी माना जाता है। मालवा क्षेत्र और आगर मालवा में इस समय मैदानी इलाकों में कैथा के ढेर दिखाई दे रहे हैं।

 

कैथा के कई औषधीय गुण हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख औषधीय गुण हैं:

 

1. पाचन तंत्र के लिए लाभकारी: कैथा का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है।

2. मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद: कैथा के सेवन से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।

3. हृदय रोगों से बचाव: कैथा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर हृदय रोगों से बचाव में मदद कर सकते हैं।

4. वजन कम करने में मदद: कैथा का सेवन वजन कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है।

5. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद: कैथा में मौजूद विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं।

6. कैंसर से बचाव में मदद: कैथा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और अन्य पोषक तत्व कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं।

7. त्वचा और बालों के लिए लाभकारी: कैथा का सेवन त्वचा और बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।

 

 

 

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