देश का संविधान विश्व में सबसे सशक्त संविधान है-प्रभारी मंत्री

शालिनी कुलश्रेष्ठ जिला संवाददाता मैनपुरी

प्रभारी मंत्री नरेंद्र कश्यप ने संविधान रचयिता डा. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों को शपथ दिलायी

 

मैनपुरी। संविधान दिवस के अवसर पर मा. मुख्यमंत्री उ.प्र. शासन के लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम के सजीव प्रसारण के उपरांत कलेक्ट्रेट सभागार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पिछड़ा वर्ग कल्याण, जनपद के प्रभारी मंत्री नरेंद्र कश्यप ने संविधान रचयिता डा. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों को शपथ दिलाते हुए कहा कि 26 नवम्बर 1949 को भारत के गणराज्य के रूप में स्थापित करने का गौरव प्राप्त हुआ इसी दिन अम्बेडकर साहब द्वारा लिखित संविधान भारत के गणराज्य में अंगीकृत हुआ। उन्होने कहा कि अनगिनत स्वतंत्रता सैनानियों, किसानों, जवानों ने भारत की आजादी के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देकर भारत को आजाद कराने में अहम भूमिका निभाई, वर्ष 1947 को देश आजाद हुआ

 

लेकिन आजादी के बाद भारत के गणराज्य की व्यवस्था कैसे संचालित होगी, भारत का नेतृत्व कैसे प्रफुल्लित होगा, इस हेतु देश के संविधान निर्माण की प्रक्रिया को प्रारंभ किया गया जिसका नेतृत्व संविधान के निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर ने किया।

 

उन्होने कहा कि देश का संविधान विश्व में सबसे सशक्त संविधान है, भारत के संविधान में प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार देने की व्यवस्था है, डा. भीमराव अम्बेडकर ने भारत के लोकतंत्र को स्थापित करने के लिए एक आदमी-एक वोट-एक वोट की एक कीमत का प्राविधान किया, भारत का प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह प्रधानमंत्री हो या किसी विभाग का चतुर्थ श्रेणी कर्मी हो, सभी के मत की कीमत एक है. यह भारत के संविधान, डा. अम्बेडकर की सोच का परिणाम है. भारत का लोकतंत्र व्यक्तियों के द्वारा व्यक्तियो के लिए बनाया गया एक ऐसी शासन प्रणाली है, जिसमे देश की समूची संख्या, आबादी सहभागी है। उन्होने कहा कि इस महान दिन को बहुत वर्षों तक देश में शासन करने वाले लोगों ने याद नहीं किया, निश्चित ही जिस प्रकार से हम 26 जनवरी, 15 अगस्त, 02 अक्टूबर को राष्ट्रीय पर्व के रूप में सभी देशवासी राष्ट्रभाव से मनाते हैं, उसी प्रकार से 26 नवम्बर को मनाया जाना चाहिए था. लेकिन पूर्व की सरकारों ने शायद इसकी अहमियत को नहीं समझा लेकिन देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 से नियमित रूप से सम्पूर्ण भारत वर्ष में 26 नवम्बर के दिवस को राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया, जिसके तहत आज प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में पूरी तैयारी के साथ राष्ट्रभाव को अपने भावों में सम्मलित करते हुये संविधान की गरिमा को स्वीकारते हुये संविधान दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि हम आजाद भारत के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, विगत् 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश का सम्मान विश्व में बढ़ा है, प्रधानमंत्री का सपना है कि अगले कुछ वर्षों में भारत विकसित देश बने, देश की इकॉनोमी 05 ट्रिलियन डॉलर हो, प्रधानमंत्री के इस सपने को साकार करने में हम सबको अपना योगदान देना होगा।

 

जिलाध्यक्ष राहुल चतुर्वेदी ने संविधान दिवस पर शुभकामनाएं देते हुये कहा कि 26 नवम्बर 1949 को देश का संविधान अंगीकृत हुआ, विश्व के सबसे बड़े लोकतात्रिक देश भारत के संविधान में प्रत्येक भारतवासी को समान अधिकार देने की व्यवस्था की गयी। उन्होने कहा कि केन्द्र, प्रदेश की डबल इंजन की सरकार ने संविधान में दी गयी व्यवस्था के तहत बिना किसी भेद-भाव के संचालित योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान के पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य किया। उन्होने कहा कि देश के प्रधानमंत्री भारत के ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के नेता बन चुके हैं, प्रधानमंत्री जी का नारा है सबका साथ-सबका विकस-सबका विश्वास जो संविधान की मूल भावना है, जिसमें किसी के साथ कोई अन्याय का विषय नहीं है, लेकिन उससे पूर्व की सरकारों ने दूषित मानसिकता के साथ कार्य किया, आज हम सब लोग संविधान की स्थापना दिवस पर गौरवांवित हैं, उस क्षण के लिए जब हिन्दुस्तान में संविधान लागू हुआ, हम लोकतात्रिंक व्यवस्था से आज तक अपने शासन को चला रहे हैं।

 

इस दौरान जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार, मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, अपर जिलाधिकारी न्यायिक नवीन श्रीवास्तव, डिप्टी कलेक्टर ध्रुव शुक्ला, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर.सी. गुप्ता सहित जिला स्तरीय अधिकारी, कलेक्ट्रेट के विभिन्न अनुभाग प्रभारी, अन्य जन-प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।

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