नाटककार महेश सक्सेना को मिला डॉ. राजकुमार स्मृति सम्मान 

अभिषेक चौहान ब्यूरो शाहजहांपुर 

हिंदी पखवाड़ा के तहत आयोजित कार्यक्रम में कवियों, पत्रकारों को किया सम्मानित

शाहजहांपुर। भुवनेश्वर शोध संस्थान, शाहजहांपुर की ओर से हर वर्ष प्रदान किये जाने वाला डॉ. राजकुमार शर्मा स्मृति सम्मान नाटककार, लेखक, वरिष्ठ रंगकर्मी व निरंकारी मार्ग से जुड़े महेश सक्सेना को प्रदान किया गया। यह पुरस्कार ज्ञानपीठ पुरस्कार समिति के पूर्व सदस्य व जीएफ कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष रहे डॉ नित्यानंद मुदगल एवं वरिष्ठ गीतकार कृष्णाधार मिश्रा,संस्थान के महासचिव विवेक शर्मा , अभिनय गुप्ता , अनुजदेव गुप्ता एवं गोपाल शर्मा ने प्रदान किया।

प्रताप इन्क्लेव के डोरेमोंस इंटरनेशनल स्कूल

प्रताप एनक्लेव,शाह० में हिंदी दिवस पखवाड़े के तहत वीआईपी ग्रुप हैल्पिंग हैंड्स एवं भुवनेश्वर शोध संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में रविवार की रात विचारमाला एवं सम्मान समारोह आयोजित हुआ। डॉ. सुरेश मिश्रा के संचासलन में कार्यक्रम देर रात्रि तक चला। इस मौके पर वीआईपी ग्रुप द्वारा महेश सक्सेना रंगकर्मी,साहित्यकार, धनन्जय बाजपेयी वरिष्ठ पत्रकार, विवेक राज मिश्रा (कवि) गोविंन्द अवस्थी (पत्रकार) पुष्पेंद्र दीक्षित (साहित्यकार) अनिल मिश्रा(पत्रकार) अरविंद त्रिपाठी(पत्रकार) सुखमीत कौर(शिक्षक) श्रीकांत सिंह जेबी गंज ( पत्रकार कवि पत्रकार) को शासकीय अधिवक्ता आशीष त्रिपाठी , अजय अवस्थी ‘अनुरागी’,अभिनय गुप्ता, सचिन बॉथम व अनुजदेव गुप्ता आदि ने प्रशस्ति पत्र ,अंगवस्त्र व माला पहनाकर सम्मानित किया।

डॉ.आरएमएल इंसीटयूट ऑफ फार्मेसी की चेयरमैन, वर्षा गोस्वामी, को ज्योति गुप्ता व हेमा अग्रवाल ने सम्मानित किया।

समारोह के पहले स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। डॉ राजकुमार शर्मा की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में उनके पुत्र एवं संस्थान के महासचिव विवेक शर्मा एडवोकेट ने उनका परिचय के साथ साथ संस्थान की गतिविधियों के बारे में बताया तथा उनकी रचना सृष्टि सृजन फिर का वाचन किया। उनके साथी कवि दीपक कंदर्प ने ह्रदयस्पर्शी कविता सुनाई। गायक राजेश मिश्रा ने उनकी कविता को स्वरबद्ध किया। कवि सुदर्शन सलिलेश ने ‘एक टिकट पर दो तमाशे’ गीत सुनाया। पत्रकार कवि अजय अवस्थी ने गांव के परिवेश पर गीत सुनाया। युवा कवि विवेक राज ने दोहे सुनाकर प्रशंसा पाई। कवि अजय गुप्ता की रचना को उनके पुत्र शिवाजी गुप्ता ने पढ़ा। डॉ प्रशांत अग्निहोत्री, सुशील दीक्षित विचित्र,सरोज मिश्र,ने काव्यपाठ किया। समारोह की अध्यक्षता कर रहे डॉ मुदगल ने समापन अवसर पर सुनाया-

रूप ने कहा रुको,

किंतु मैं रुका नहीं।

धूप ने कहा रुको,

किंतु मैं रुका नहीं।

आज मैं रुका हूं पर,

न रूप है न धूप है।

इससे पहले अनुजदेव गुप्ता, अरुण कुमार शर्मा, मनोज शर्मा गोपाल, ज्योति गुप्ता, सचिन बाथम, आशीष त्रिपाठी एडवोकेट, हर्षराज सिंह व अभिनय गुप्ता ने अतिथियों का माला-पटका पहनाकर स्वागत किया। संचालन डॉ सुरेश मिश्रा ने किया। सभी का आभार स्कूल की प्रधानाचार्या दीपमाला रस्तोगी ने व्यक्त किया।कार्यक्रम के अंत मे सुप्रसिद्ध वरिष्ठ गीतकार महेंद्र पाल सिंह पत्तयोरा के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धाजंलि दी। समारोह में पूर्व प्राचार्य अवनीश मिश्रा, ब्रजेश पांडेय, सत्येंद्र शुक्ला एडवोकेट,दिनेश कुमार मिश्रा एडवोकेट, कवि इंदु अजनबी, राकेश मिश्रा, योगेश गुप्ता(पिंकू), हेमा अग्रवाल, रिद्धि बहल, प्रमोद प्रमिल,डॉ. विकास शर्मा,अमिताभ मुद्गल,रवि मिश्रा एड.,बीडी शर्मा,विकास खुराना ,गजेन्द्र प्रसाद,प्रबंध त्रिपाठी, शरद शर्मा,शुभम शर्मा ,विनायक अग्रवाल, रागिनी श्रीवास्तव ,डॉ आर श्रीवास्तव, सचिन शर्मा, वरूण शुक्ला , अजमल हसन रज़ा खान, कीर्तिमान च्यवन, निलय सिंह, संजीव सिंह, आदि मौजूद रहे।

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