जिला पोषण समिति की बैठक में विभागीय योजनाओं की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने अधीनस्थों को दिए निर्देश

मनोज कुमार शर्मा ब्यूरो चीफ

पोषण ट्रैकर एप पर बच्चों का वजन फीड न करने पर ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर अभिषेक कुमार की सेवाएं समाप्त करने के जिलाधिकारी ने दिए निर्देश

 

मैनपुरी 20 अप्रैल, 2025- जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने जिला पोषण समिति की बैठक में पोषण ट्रैकर एप पर बच्चों का वजन फीड न करने पर बाल विकास परियोजना सुल्तानगंज केे ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर अभिषेक कुमार की सेवाएं समाप्त करने के निर्देश देते हुये खंड विकास अधिकारियों, बाल विकास परियोजना अधिकारियों, जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर समस्त उपकरण, लॉजिस्टिक, टेस्ट किट, गर्भवती महिलाओं, बच्चों की वजन मशीन, तखत, पर्दा, बच्चों की कुर्सी आदि उपलब्ध रहें, प्रत्येक बुधवार, शनिवार को बी.एच.एन.डी. सत्र आयोजित हो, बी.एच.एन.डी. सत्र पर आशा, ए.एन.एम., आंगनबाड़ी कार्यकत्री उपस्थित रहकर गर्भवती महिलाओं, 0 से 6 वर्ष के बच्चों विशेष तौर पर सैम-मैम बच्चों को स्वास्थ, बाल विकास विभाग की योजनाओं में लाभान्वित कराना सुनिश्चित करें साथ ही जिन बच्चों का टीकाकरण किया जाना है, उन्हें बुलाकर टीके लगाये जाए ताकि उन्हें जानलेवा बीमारियों से बचाव हेतु प्रतिरक्षित किया जा सके।

सिंह ने जिला पोषण समिति की बैठक में विभागीय योजनाओं की समीक्षा के दौरान कहा कि सैम-मैम बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में प्रतिमाह नियमित रूप से भर्ती करायें, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो तथा पोषण पुनर्वास केंद्र की सुविधाओं का शत-प्रतिशत उपयोग हो सके। उन्होने असंतोष व्यक्त करते हुये कहा कि बाल विकास परियोजना अधिकारी किशनी, बेवर द्वारा नियमित रूप से बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती नहीं कराया जा रहा है, माह मार्च में किशनी, बेवर एवं माह फरवरी में भी किशनी, बेवर से एक भी सैम बच्चा एन.आर.सी. मे भर्ती नहीं कराया गया है, जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होने सम्बन्धित सी.डी.पी.ओ., प्र. चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि प्रतिमाह अपने-अपने विकास खंड से कम से कम 02-02 चिन्हित सैम बच्चों के अभिभावकों को प्रेरित कर एन.आर.सी. में भर्ती कराना सुनिश्चित करें। उन्होने समीक्षा के दौरान पाया कि 1420 सैम, 5190 मैम बच्चे जनपद में चिन्हित हैं, जिसमें सर्वाधिक 231 सैम बच्चे किशनी में, 206 बच्चे घिरोर में, 196 बच्चे सुल्तानगंज में, 188 बच्चे मैनपुरी शहर में एवं 142 बेवर में तथा 843 मैम बच्चे ब्लॉक बेवर में, 798 बच्चे मैनपुरी देहात में, 657 बच्चे सुल्तानगंज में, 543 बच्चे घिरोर में चिन्हित हैं।

श्री सिंह ने समीक्षा के दौरान वित्तीय वर्ष 2023-24 में 44 आंगनाबाडी केन्द्र निर्माण के सापेक्ष नगला जोगा, दाउदपुर एवं नगला अती में निर्माण कार्य शुरू न होने पर सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि शीघ्र-अतिशीघ्र कार्य प्रारंभ करायें, 1788 आंगनबाड़ी केन्द्रों के सापेक्ष 1208 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर इन्फ्राकिट क्रय की जा चुकी है, अभी 580 केन्द्रों पर इन्फ्राकिट क्रय होना शेष है, जिस पर उन्होने शीघ्र इन्फ्राकिट क्रय कर बच्चों हेतु उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया। उन्होने कहा कि विकास खंडों में निर्माणाधीन बाल विकास परियोजना कार्यालय के कार्यों पर नियमित रूप से निरीक्षण किया जाये, निर्माणाधीन परियोजनाओं को गुणवत्ता के साथ समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराया जाये, जिन परियोजनाओं का कार्य पूर्ण हो चुका हैं, उन्हें तत्काल हैण्डओवर कराया जाये ताकि उनका सदुपयोग हो सके।

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी. गुप्ता, समस्त खंड विकास अधिकारी, समस्त प्र. चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन जिला कार्यक्रम अधिकारी हरिओम बाजपेयी ने किया।

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