घिरोर में माता दुर्गा की विशाल शोभा यात्रा निकाली गई।

पुष्पराज चौहान,जिला क्राइम मैनपुरी।

 

(मैनपुरी)। जनपद के कस्बा घिरोर में नवदुर्गा महोत्सव धूम धाम के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर माता जागरण मंडल समिति नगर घिरोर में महामंडलेश्वर हरिहर दास महाराज और पंडित जयदेव द्वारा प्राचीन माता रानी मंदिर पर विशेष पूजा अर्चना विधि विधान से की गई। जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालुओ ने हिस्सा लिया। और महामंडलेश्वर हरिरहर महाराज जी का सभी ने आशीर्वाद लिया। जिसमें पंडित जयदेव ने कहा की नवरात्रों में माता की चौकी लगाने का विशेष महत्व है। हम सभी को अपने घरों में माता रानी की चौकी लगानी चाहिए। माता रानी सबकी मनोकामना पूरी करती है। हमें इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मानना चाहिए। इसके साथ साथ देश हमारा खूब तरक्की करे। और देश में शांति बनी रहे। इसके साथ साथ उन्होंने बताया कि माता रानी का पर्व हम क्यों मनाते है। पौराणिक मान्यता है कि हम सदियों से नवरात्रों का त्योहार मनाते आ रहे है। व्रत रखते आ रहे। देश के अलग अलग हिस्सों में अलग अलग तरीकों से नवरात्रों का त्यौहार बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। कही कुछ लोग पूरी रात गरव्वा, आरती करके नवरात्रों के त्योहार को मानते है। तो कुछ लोग उपवास करके माता दुर्गा के नौ प्रथम शैलपुत्री द्वितीय ब्रह्मचारिणी, तृतीय चंद्रघंटा, चौथी कुष्मांडा ,पांचवी स्कंदमाता ,छठी कात्यानी ,सातवीं कालरात्रि, आठवी महागौरी 9वीं से सिद्ध धात्री के रूपों की पूजा करते है। इसके पीछे असल कहानी को जानते है। महिषासुर नाम का एक बड़ा शक्तिशाली राक्षस था। वो अमर होना चाहता था। इसलिए उसने ब्रम्हा जी की कठोर तपस्या की। उसकी तपस्या से खुश होकर ब्रह्मा जी ने दर्शन देकर कहा की वह जो भी वर चाहता है मांग सकता है। महिषासुर ने अपने लिए अमर होने का वरदान मांगा। उसकी बाते सुनकर ब्रम्हा जी ने कहा की जो भी इस संसार में पैदा हुआ है। उसकी मृत्यु निश्चित है। इसलिए जीवन और मृत्यु को छोड़कर तुम जो चाहो मांग सकते हो। ठीक है प्रभु तो आप मुझे ऐसा वरदान दीजिए की मेरी मृत्यु न तो देवता, ना असुर के हाथो हो और ना ही मानव के हाथो और अगर हो तो किसी स्त्री के हाथो हो। महिषासुर की बाते सुनकर ब्रम्हा जी ने तथास्तु कहा और चले गए। इसके बाद तो महिषासुर राक्षसो का राजा बन गया। और उसने देवताओं पर आक्रमण शुरू कर दिए। इससे देवता बहुत परेशान हो गए। और सब देवता मिलकर ब्रह्मा, महेश, विष्णु के पास गए।। लेकिन महिषासुर को ब्रह्मा जी का वरदान मिला हुआ था।। उसकी मृत्यु , हार किसी नर के हाथो नही हो सकती थी। इसलिए वो भी कुछ नहीं कर पाए। महिषासुर से रक्षा करने के लिए सभी देवताओं ने विष्णु के साथ साथ मां आदि देवी की आराधना की। जिससे उनके शरीर से एक देवीय रोशनी निकली जिसे एक बहुत खूबसूरत अप्सरा के रूप में मां दुर्गा का रूप धारण किया। इनका रूप देखकर महिषासुर उन पर मोहित हो गया। उनके बार बार माना करने पर महिषासुर नही माना। तो माता ने उसके सामने एक शर्त रखी कि उसे युद्ध में जीतना होगा। तभी शादी के लिए तैयार होगी। वह मान गया। फिर दोनो में लड़ाई शुरू हो गई। जो युद्ध नौ दिन तक चला। दसमें दिन देवी माता ने महिषासुर का अंत कर दिया। तभी से यह पर्व नौ दिन नवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। इसके बाद कमेटी के द्वारा से श्री नवदुर्गा की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। जिसमें बच्चे, महिलाए , पुरुष, बैंड की धुन पर नाचते गाते , झूमते नजर आ रहे थे। लोगो ने जगह जगह पर फूलो की वर्षा की। काफी आनंदमय माहौल था। कस्बा घिरोर के मुख्य मार्ग निहाल चौक, चमेली मंदिर,अग्रवाल चौक, डालगंज, पुराना बस स्टैंड, करहल चौक, गोलचक्कर से होते हुए मंदिर पर आकर समाप्त हुआ। चमेली मंदिर चौराहे पर उo. नि o सत्येंद्र कुमार सोनकर मय हमराह के साथ चौराहे पर मुस्तैद रहे। और सभी चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहा। उसके बाद प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर कमेटी के सदस्य, काफी संख्या में श्रद्धालु, और संभारत नागरिक चेयरमैन यतेंद्र जैन , जिला पंचायत अध्यक्ष गोविंद भदौरिया, ब्लॉक प्रमुख सतपाल सिंह, अनुजेश प्रताप सिंह,अभिषेक जैन, चंद्रपाल तोमर, जगदीश तोमर, मिथलेश चक, विनीत अग्रवाल, मोहन , कमलेश, विप्लव जैन, विपिन, नीलू शाक्य, गुड्डू ,राजनेश , मुकेश, राजू, अमित, उभयराज सिंह, डॉक्टर गोपाल मोहन , छोटू परिहार, डॉ शिवप्रताप सिंह,आदि लोग शामिल हुए और प्रशासन काफी मुस्तैद रहा। इस मौके पर थाना प्रभारी विनोद कुमार , उo. नि o सत्येंद्र कुमार सोनकर, कस्बा प्रभारी रामकिशन सिंह, का o भानू प्रताप सिंह, है o. का o विजय परमार, महिला आरक्षी आदि पुलिस बल मौजूद रहा।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या शाहाबाद में महिला डिग्री कॉलेज की स्थापना की जरूरत है?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129