रुक्मणि विवाह की कथा सुन श्रद्धालू हुए भाव विभोर

शालिनी कुलश्रेष्ठ जिला संवाददाता मैनपुरी

 

कथा का रसपान कराते कथा व्यास श्री ललित शास्त्री जी।

 

ब्रहमनिष्ठ श्री स्वामी शारदानंद सरस्वती महाराज की द्वितीय पुण्य तिथि पर आयोजित ब्रह्म निर्वाण महोत्सव का शष्टम दिवस

 

मैनपुरी। शहर के पंजाबी कालोनी स्थित श्री एकरसानंद आश्रम में परम पूज्य सदगुरुदेव श्री परमहंस अनन्त विभूषित श्रोतिय ब्रहमनिष्ठ श्री स्वामी शारदानंद सरस्वती महाराज की द्वितीय पुण्य तिथि ब्रह्म निर्वाण महोत्सव के रूप में महामंडेश्वर स्वामी श्री हरिहरानंद सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में मनाई जा रही है।

ब्रह्म निर्वाण महोत्सव के शष्टम दिवस श्रीमद्भागवत कथा में कृष्ण रुक्मणि विवाह की कथा का रसपान महाराज श्री के कृपापात्र कथा व्यास श्री ललित शास्त्री जी के द्वारा कराया गया।

परीक्षित बने सूर्यकांत त्रिपाठी ने श्रीमद् भागवत गीता व कथा व्यास का मंत्रोच्चारण के बीच पूजन किया।

कथा व्यास श्री ललित शास्त्री ने कथा का रसपान कराते हुए कहा कि रुक्मिणी, विदर्भ देश के राजा भीष्मक की पुत्री थीं. वे बुद्धिमान, सुंदर, और सरल स्वभाव की थीं।

रुक्मिणी ने कृष्ण की वीरता की कहानियां सुनी थीं और उन्हें मन ही मन अपना पति मान लिया था।

रुक्मिणी के पिता ने उनके विवाह के लिए योग्य वर की तलाश की थी. लेकिन, रुक्मिणी के भाई रुक्म का खास मित्र शिशुपाल, रुक्मिणी से विवाह करना चाहता था।

रुक्मिणी ने अपनी सखी के ज़रिए कृष्ण को एक संदेश भेजा और बताया कि वह उनसे प्रेम करती हैं और उनसे ही विवाह करना चाहती हैं।

कथा व्यास श्री ललित शास्त्री ने कथा सुनाते हुए बताया कि संदेश मिलने के बाद, कृष्ण विदर्भ पहुंच गए. जब शिशुपाल विवाह के लिए द्वार पर आया, तो कृष्ण ने रुक्मिणी का हरण कर लिया।

इसके बाद, कृष्ण और रुक्म के बीच भयंकर युद्ध हुआ और इसमें कृष्ण विजयी हुए। कृष्ण ने रुक्मिणी को द्वारका ले जाकर उनसे विवाह कर लिया।

इस मौके पर डा. ग्या प्रसाद दुबे, डा. संजीव मिश्रा वैद्य, प्राचार्य डॉ रामबदन पांडेय, संदीप चतुर्वेदी, सुभाष मिश्रा, श्याम जी दीक्षित, आचार्य कृष्ण दत्त मिश्रा, मीडिया प्रभारी आकाश तिवारी, कृष्ण दत्त मिश्रा, डॉ केशव मिश्रा, बृजेश शर्मा, श्रीमती राधा दुबे, श्रीमती कल्पना त्रिपाठी,श्रीमती आभा दीक्षित, श्रीमती स्तुती दीक्षित, राम खिलाड़ी यादव, ब्रह्मचारी दिनेश पाठक, विद्या सरन मिश्रा, सर्वांनंद चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या शाहाबाद में महिला डिग्री कॉलेज की स्थापना की जरूरत है?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129