प्र. चिकित्साधिकारी नेतृत्व देकर विभागीय योजनाओं की सुधारे प्रगति, स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं का लाभ प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को मिले-जिलाधिकारी ।

मृदुल कुमार कुलश्रेष्ठ सिटी रिपोर्टर मैनपुरी

गर्भवती महिलाओं को समय से लगे सभी टीके, उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच हो ताकि पैदा होने वाला बच्चा रहे सेहतमंद-अंजनी कुमार।

 

मैनपुरी 27 फरवरी, 2025-जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक समीक्षा के दौरान प्र. चिकित्साधिकारियों को आदेशित करते हुये कहा कि प्रसुताओं को 48 घंटे के भीतर जननी सुरक्षा योजना का लाभ प्रदान किया जाए, प्र. चिकित्साधिकारी जे.एस.वाई. के भुगतान की सघन मॉनिटरिंग करें, जिला महिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुरावली में जे.एस.वाई. के भुगतान में विलंब किया जा रहा है, बार-बार निर्देशों के बाद भी सुधार नहीं हो रहा है। उन्होंने प्र. चिकित्साधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्र की आशा, ए.एन.एम. के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाएं, गर्भावस्था के दौरान टीकाकरण करते समय उनकी बैंक विवरण प्रत्येक दशा में प्राप्त कर लें ताकि समय से उन्हें योजना में लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं की समय से सभी जांचें हो, उन्हें गर्भावस्था के दौरान लगने वाले सभी टीके समय से लगाए जाएं, ऑयरन, कैल्शियम की टेबलेट समय से उपलब्ध कराई जाएं, उन्हें भरपूर पोषक आहार खाने को मिले, उनके परिजनों को संस्थागत प्रसव कराने के लिए प्रेरित किया जाए ताकि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें और पैदा होने वाला बच्चा सेहतमंद रहे, समाज को कुपोषण जैसी गंभीर समस्या से निजात मिल सके।

श्री सिंह ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि आशा, संगिनी के भुगतान की प्रगति भी ठीक नहीं है, आशा, संगिनी के भुगतान में किसी भी स्तर पर विलम्ब न हो, सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा करने पर पाया कि वार्षिक लक्ष्य 23929 के सापेक्ष माह जनवरी तक 17662 संस्थागत प्रसव कराये गये हैं, जिसमें से 17278 प्रसूताओं को जननी सुरक्षा योजना में लाभान्वित किया जा चुका है, संस्थागत प्रसव में स्वास्थ्य केन्द्र कुचेला, करहल, बेवर की प्रगति ठीक नहीं है, सम्बन्धित प्र. चिकित्साधिकारी जननी सुरक्षा कार्यक्रम के निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति करना सुनिश्चित करें। उन्होंने ई-संजीवनी ओ.पी.डी. की समीक्षा के दौरान नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गत माह के सापेक्ष इस माह ई-संजीवनी ओ.पी.डी. में कमी आई है, सीएचओ इस ओर ध्यान दें, निर्धारित मानक के अनुसार ओ.पी.डी. की जाएं। उन्होंने पी.सी.पी.एन.डी.टी. की समीक्षा के दौरान नोडल अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटर की नियमित रूप से गहनता से जांच कराई जाए, अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालकों से मानकों, नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाए।

जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय अधंता निवारण कार्यक्रम में वार्षिक लक्ष्य 12887 के सापेक्ष पूर्ति मात्र 3610 पाये जाने पर कार्यक्रम के नोडल अधिकारी को हिदायत देते हुए कहा कि कैंप आयोजित कर जरूरतमंद व्यक्तियों के ऑपरेशन करायें, चश्मा वितरण के लक्ष्यों की तत्काल पूर्ति की जाए। उन्होंने परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान पाया कि महिला नसबंदी के वार्षिक लक्ष्य 1282 के सापेक्ष 553, पुरुष नसबंदी के वार्षिक लक्ष्य 21 के सापेक्ष मात्र 05, गर्भनिरोधक इंजेक्शन के लक्ष्य 13240 के सापेक्ष 9182 की ही पूर्ति हुई है, जिस पर उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कैंप आयोजित कराकर महिला-पुरुष नसबंदी के लक्ष्यों की पूर्ति की जाए, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, क्षय रोग नोटिफिकेशन में किशनी, करहल की प्रगति संतोषजनक नहीं है, संबंधित प्र. चिकित्साधिकारी इस ओर ध्यान देकर प्रगति सुधारें, प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत सभी बच्चों के स्वास्थ्य की जांच हो और उन्हें आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जनपद में एंबुलेंस 102, 108 का रिस्पांस टाइम मंडल में सबसे खराब है, 102 एंबुलेंस रोगी तक 06.20 मिनट में एवं एंबुलेंस 108 मरीज तक 07.46 मिनट में पहुंच रही है जबकि मंडल के अन्य जनपदों में इससे कम समय में रोगी को एंबुलंेस मुहैया हो रही हैं। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम सुधारा जाए, जरूरतमंद व्यक्ति तक निर्धारित समय सीमा में एंबुलेंस पहुंचे, सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने क्षय रोग उन्मूलन, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम आदि की बिंदुवार गहन समीक्षा करते हुये स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि आमजन की सेहत के प्रति संवेदनशील रहें, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ स्वास्थ्य केन्द्रों पर आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करंे।

इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी. गुप्ता, मुख्य चिकित्साधीक्षक मदनलाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजीव राव बहादुर, डा. अनिल वर्मा, डा. राकेश कुमार, डब्ल्यू.एच.ओ. से डॉ. वी.पी. सिंह, यूनिसेफ से संजीव पांडेय, जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आशुतोष, बाल विकास परियोजना अधिकारी हरिओम बाजपेयी, स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी रविंद्र सिंह गौर, डी.पी.एम. संजीव पांडेय, समस्त प्र. चिकित्साधिकारी, खंड विकास अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, आईएमए से डा. संजय अग्रवाल, अराधना गुप्ता सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या शाहाबाद में महिला डिग्री कॉलेज की स्थापना की जरूरत है?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129