रेवाड़ी पुलिस के डिजिटल प्रशिक्षण कार्यक्रम में ई-साक्ष्य ऐप और आधुनिक तकनीक का दिया प्रशिक्षण

राजेश भारद्वाज स्टेट हेड हरियाणा

 

रेवाड़ी। शनिवार को जिला पुलिस लाईन रेवाड़ी में आयोजित प्रशिक्षण सत्र में जिला पुलिस के सभी पर्यवेक्षण अधिकारी, थाना प्रबंधक व चौकी इंचार्ज को ई-साक्ष्य ऐप सहित विभिन्न डिजिटल उपकरणों से परिचित कराया गया। पुलिस अधीक्षक रेवाड़ी डॉ मयंक गुप्ता की अगुवाई में आयोजित इस सत्र का उद्देश्य अधिकारियों को नई कानूनी आवश्यकताओं और जांच में डिजिटल उपकरणों के उपयोग से परिचित कराना था।

पुलिस अधीक्षक रेवाड़ी डॉ मयंक गुप्ता ने बताया की अनुसंधानकर्ता घटनास्थल का निरीक्षण, गवाहों के बयान और सामान जब्त करने की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी ई-साक्ष्य एप के माध्यम से करें। यह प्रक्रिया न्यायालय में केस सुनवाई के दौरान सही और सटीक साक्ष्य उपलब्ध कराने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि जैसे ही कोई अपराधी पकड़ा जाता है, उसके पास से बरामद सामग्री जैसे मादक पदार्थ, वाहन, असलहा आदि का फोटो और वीडियो इस एप पर अपलोड किया जाए। यह रिकॉर्ड स्थायी रूप से सुरक्षित रहेगा। जरूरत पड़ने पर अदालत इसे तुरंत देख सकेगी।

इस दौरान एसपी ने कानूनी प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण पर भी चर्चा की। नए नियमों के तहत, समन और वारंट अब ई-मेल, व्हाट्सएप या अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से भेजे जा सकते हैं। यदि समन भेजते समय कोई त्रुटि संदेश प्राप्त नहीं होता है, तो इसे प्रभावी रूप से तामील माना जाएगा। इस बदलाव से कानूनी प्रक्रिया में तेजी आने और समन वितरण में देरी कम होने की उम्मीद है, जिससे समय पर अदालती फैसले लेने में मदद मिलेगी।

अपने संबोधन में एसपी ने अधिकारियों को आधुनिक तकनीक से अपडेट रहने और इन बदलावों के अनुकूल ढलने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अधिकारियों को समन और वारंट की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया, जिससे गवाहों को समय पर अदालत में पेश होने और तेजी से सुनवाई में मदद मिलेगी। मुकदमों से संबंधित सभी दस्तावेज और साक्ष्य डिजिटल रूप से सुरक्षित रखें। लापरवाही या कोताही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को साइबर क्राइम संबंधित एनसीईआरटी पोर्टल, समन्वय पोर्टल, cy-train एप तथा C- trace एप के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। ताकि सभी अधिकारी आधुनिक तकनीक से अपडेट होकर डिजिटल उपकरणों का सही उपयोग कर सके।

कम्युनिकेशन पर ध्यान केंद्रित पर जोर दिया

उन्होंने जिले में कोई भी आपराधिक घटना होने पर प्रभावी संचार व्यवस्था सुनिश्चित करने, स्पष्ट भाषा,उच्चारण और कम्युनिकेशन पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया। ताकि कॉल के दौरान कम्युनिकेशन अधिकारी तथा कॉलर के बीच स्पष्ट संदेश से पीड़ित की मदद तुरंत की जा सके।

इस अवसर पर डीएसपी हेडक्वार्टर डॉ रविन्द्र सिंह, डीएसपी सिटी रेवाड़ी श्री पवन कुमार, डीएसपी बावल श्री सुरेन्द्र श्योराण, डीएसपी ट्रैफिक श्री विनोद शंकर, डीएसपी कोसली श्री जोगेंद्र शर्मा और जिले के सभी थाना प्रभारी एवं चौकी इंचार्ज उपस्थित रहे।

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