तीन दिवसीय गीता महोत्सव के दूसरे दिन सांस्कृतिक मंच पर मनोहारी प्रस्तुतियों से गीता जयंती महोत्सव में बंधा समां

राजेश भारद्वाज स्टेट हेड हरियाणा

रेवाड़ी। रेवाड़ी शहर के बाल भवन परिसर में स्थापित ‘गीतापुरम’ में चल रहे तीन दिवसीय जिला स्तरीय गीता महोत्सव के दूसरे दिन जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुरविंदर सिंह वाधवा ने विभिन्न विभागों तथा संस्थाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम अमित वर्मा भी उपस्थित रहे। प्रदर्शनी में लगाई गई जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की स्टॉल का निरीक्षण करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुरविंदर सिंह वाधवा ने कहा कि अधिक से अधिक लोगों तक निशुल्क कानूनी सेवाओं तथा लोक अदालत के महत्व की जानकारी पहुंचाई जाए ताकि जानकारी के अभाव में कोई भी व्यक्ति न्याय से वंचित न रहे।

सेमिनार सत्र के दौरान गीता ज्ञान के विशेषज्ञों ने गीता का मर्म समझाया :

गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन के उपमंडलाधीश सुरेंद्र सिंह ने प्रात:कालीन सत्र का शुभारंभ किया। सेमिनार सत्र में एडवोकेट रणजीत सिंह तथा जीओ गीता से मीनाक्षी अरोड़ा ने श्रोताओं को अपना शुभ संदेश देते हुए कहा कि भगवद गीता प्रमुख ग्रंथों में से एक है। उन्होंने बताया कि इंसान को जीवन में अच्छे कर्म करने चाहिए और फल की इच्छा भगवान पर छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता मनुष्य को दिया गया एक ऐसा उपहार है जो हमें सद्कर्मों की ओर प्रेरित करती है। हमारा जीवन कर्म प्रधान है और हमें मानव जीवन में अच्छे कार्य करने चाहिए, प्रतिदिन हमारा जीवन गीता के आदर्शों से शुरू होता है, हमें कल की चिंता ना करके वर्तमान में जीने का संकल्प लेना चाहिए, तभी हमारा जीवन सार्थक होगा।

एसडीएम रेवाड़ी सुरेंद्र सिंह ने कहा कि भगवद गीता के सन्देश मानवता के लिए अत्यंत मूल्यवान हैं। महाभारत युद्ध के समय में अर्जुन को धर्म और कर्म के संदेश को समझाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें गीता का ज्ञान दिया था। इस ग्रंथ में दिए गए तत्व और मार्गदर्शन से व्यक्ति अपने जीवन में सही नैतिकता, धार्मिकता और उच्चतम मानवीय मूल्यों की ओर अग्रसर हो सकता है। उन्होंने कहा कि अच्छे समाज के निर्माण में गीता का अहम योगदान है।

कलाकारों ने सांस्कृतिक मंच पर प्रस्तुतियों से महोत्सव में बांधा समां :

गीतापुरम में चल रहे तीन दिवसीय गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन मंच संचालक की भूमिका में ज्योत्सना यादव व सुधीर यादव ने भी गीता आधारित ज्ञान का सरल शब्दों में उल्लेख किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की इंचार्ज पूनम यादव, सरिता, ज्योति की देखरेख में सांस्कृतिक मंच पर विभिन्न विद्यालयों के प्रतिभागी बच्चों सहित मथुरा-वृंदावन से आए विख्यात कलाकारों ने देवी-देवताओं की बेहतरीन मनोहारी प्रस्तुतियां देकर गीता जयंती महोत्सव में समां बांध दिया। प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुतियां से जहां अनेकता में एकता के दर्शन कराते हुए ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का संदेश दिया, गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन कलाकारों ने मंच पर हरियाणवी संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए, जिनकी झलक देखकर दर्शक भी झूम उठे। विद्यार्थियों ने गीता के संस्कृत श्लोकों के उच्चारण से गीतापुरम को गीतामयी बना दिया। महोत्सव के तीसरे व अंतिम दिन सुबह के सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा अष्टाध्यायी श्लोकोच्चारण तथा दोपहर के सत्र में शहर से भव्य नगर शोभा यात्रा निकाली जाएगी।

यह रहे उपस्थित :

इस अवसर पर एसडीएम रेवाड़ी सुरेंद्र सिंह,उप निदेशक एवं डीआईपीआरओ सुरेंद्र सैनी, डीसीडब्ल्यूओ वीरेंद्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी कपिल पूनिया, व्यापार मंडल से अजय मित्तल, प्रियंका यादव, सीता, सतीश मस्तान, अनिल, मनीष तथा जीओ गीता से नवीन अरोड़ा, संजीव दुआ सहित प्रबुद्ध समाज सेवी, अधिकारीगण व गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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