नारनौल में बेटी-बेटे की समानता का संदेश, बेटी को घोड़ी पर बैठाकर निकाला बनवारा

राजेश भारद्वाज स्टेट हेड हरियाणा

 

नारनौल 21 नवंबर गांव छीलरो में मंगलवार रात को बेटी की शादी में अनूठी पहल देखने को मिली। बेटी को घोड़ी पर बैठाकर बनवारा निकालकर बेटा-बेटी एक समान होने का संदेश प्रासंगिक किया गया। इस अवसर पर परिवार की महिलाओं द्वारा मंगल गीत गाते एवं नाचते हुए बनवारा निकाला गया।

 

प्राप्त जानकारी के अनुसार नरेश देवी एवं विजय कुमार छीलरो की पुत्री डॉ नीतू राढ़ के शादी समारोह की परम्पराओं में बेटी नीतू का बनवारा घोड़ी पर निकाल कर समाज को एक सुन्दर संदेश दिया गया कि लडक़ी के प्रति धारणाएं और परंपराएं अब समाप्त होने लगी हैं। इस दौरान दुल्हन के ताऊ कैप्टन विजेंद्र सिंह ने बताया कि इस अवसर पर घोड़ी व ढोल बुला कर परिवार के सदस्यों के साथ नाच गाकर बनवारा निकाला गया।

 

नीतू की शादी 22 नवंबर को कैप्टन निशांत के साथ होगी। लेकिन इससे पूर्व बेटा-बेटी की समानता को व्यवहारिक स्वरुप प्रदान करते हुए बेटी डॉ नीतू का घोड़ी पर बनवारा निकाल शादी को यादगार बनाया गया। परिवार की महिलाओं ने डीजे ढोल पर नाचते गाते हुए बनवारे में भाग लिया। स्थानीय निवासियों ने बेटी के शादी में बनवारा निकालने की पहल की सराहना की।

 

22 नवंबर को दुल्हन बनने जा रही नीतू ने पीएचडी की डिग्री हासिल की हुई है। नीतू ने बताया कि उनके पारिवारिक वातावरण में सदा से ही बेटा बेटी समान समझे जाते हैं। रूढ़ीवादी परंपराओं के इतर लडक़ी की शादी में घोड़ी पर बैठकर बनवारा निकाले जाने पर वह बहुत खुश है। कार्यक्रम में उनके परिवार के सदस्य व मित्रगण एवं गणमान्य लोगों उपस्थित थे।नारनौल के गांव छिलरो में एक अनोखी पहल देखी गई, जहां बेटी की शादी में घोड़ी पर बैठाकर बनवारा निकाला गया। यह पहल बेटा-बेटी की समानता को प्रासंगिक करने के लिए की गई।

 

शादी की जानकारी:

 

दुल्हन का नाम: डॉ नीतू राढ़ -दुल्हन के पिता का नाम: विजय कुमार – दुल्हन की माता का नाम: नरेश देवी – वर का नाम: कैप्टन निशांत शादी की तारीख: 22 नवंबर

 

 

विशेष बातें:

 

– बेटी का घोड़ी पर निकाला गयाबनवारा। -मंगल गीत गाते एवं नाचते हुए निकाला बनवारा। – दुल्हन ने पीएचडी की डिग्री की हुई है हासिल बेटा और बेटी को समान समझा जाता है।

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