राम वनवास, दशरथ मृत्यु लीला का जीवंत मंचन देख भावुक हुए दर्शक

मोहित गुप्ता मण्डल संवाददाता 

 

शाहाबाद/हरदोई। श्री बाल रामलीला नाट्य कला मंदिर, चौक में राम वनवास और दशरथ मृत्यु लीला का मंचन मंगलवार की रात श्री राधारानी रासलीला व रामलीला मंडल, वृन्दावन के सुप्रसिद्ध कलाकारों ने भावपूर्ण तरीके से प्रस्तुत किया। लीला मंचन का शुभारंभ मेला कमेटी द्वारा आरती पूजन के बाद किया गया। राम वनवास और दशरथ मृत्यु की लीला को देख दर्शकों को अपने आंसू रोकने में मुश्किल हुई, मेला स्थल पर खामोशी छा गई। मंच का संचालन अमरीश द्विवेदी ने किया।

….लीला में दिखाया गया कि सीता स्वयंवर के बाद राम, लक्ष्मण व सीता अयोध्या पहुंचते हैं तो पूरे राज्य में खुशियां मनाई जाती है। राजा दशरथ राम को राजकाज देने का निर्णय करते हैं। अंतिम समय पर रानी कैकेयी दासी मंथरा के कहने पर राजा दशरथ से पूर्व में दिए गए दो वचन मांग लेती हैं। पहले वचन वो राम को चौदह वर्ष का वनवास और दूसरे वचन में भरत को अयोध्या का राजा बनाने के लिए कहती हैं, दशरथ कैकेयी को बहुत समझाते हैं लेकिन वो नहीं मानती हैं। जब श्रीराम को इस बात का पता चलता है तो वो सहर्ष स्वीकार कर लेते हैं। उसके बाद राम, सीता व लक्ष्मण वन को गमन करते हैं। उधर पुत्र वियोग में दशरथ अपने प्राण त्याग देते हैं भरत और शत्रुघ्न को राम के वन गमन और दशरथ की मृत्यु का पता लगता है, तो वे अयोध्या वापस आते हैं और सूनी अयोध्या देखकर परेशान होते हैं। राम- लक्ष्मण और सीता को वनवास भेजने की सूचना पर भरत ने माता कैकई को खरी खोटी सुनाई। इसके बाद भरत पिता का अंतिम संस्कार कर प्रभु श्री राम से मिलने जाते हैं। विरह की यह लीला देखकर दर्शकों की आंखों में भी आंसू आ गए। रामलीला के कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके अभिनय में इतनी जीवंतता थी कि दर्शकों को लगता था कि वे वास्तव में राम, लक्ष्मण, सीता और दशरथ को देख रहे हैं। इस आयोजन में मेला पदाधिकारी व नगर कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने इस मंचन की प्रशंसा की और आयोजकों को बधाई दी।

 

….मेलाध्यक्ष चौधरी उमेश गुप्ता ने कहा, कि रामलीला के माध्यम से लोगों को जीवन के मूल्यों को सिखाने का प्रयास किया जाता है और लोगों को अपने कर्तव्यों का पालन करने की प्रेरणा दी जाती है। इस अवसर पर मेला कमेटी के सरंक्षक रमाकांत मिश्रा, महामंत्री वासू वर्मा, संयोजक ज्ञानेन्द्र अवस्थी धीरू, निरीक्षक राजीव गुप्ता, मंच व्यवस्थापक रमेश चन्द सैनी, राहुल श्रीवास्तव आदि सहित सैकड़ों की संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।

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