मैनपुरी में हुआ मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन, जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने नव-दंपत्तियों को दिया आशीर्वाद

मनोज कुमार शर्मा ब्यूरो चीफ मैनपुरी

 

333 हिन्दू जोडों ने अग्नि को साक्षी मानकर एक दूसरे की रक्षा का वचन लिया वहीं मुस्लिम परंपरा के अनुसार 10 जोडों की निकाह की रस्म अदा हुयी।

 

मैनपुरी 19 फरवरी, 2025- जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने नव-दंपत्तियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना न सिर्फ गरीब परिवारों की बेटियों की भव्य समारोह में शादियां संपन्न कराने, उनके मां-बाप के कंधों से शादी का बोझ समाप्त कराने के ही उद्देश्य की पूर्ति नहीं कर रही बल्कि एक ही पंडाल में वैदिक रीति-रिवाज, इस्लामिक परपंरा के अनुसार निकाह की रस्म अदा होने से भारतीय संस्कृति की गौरवमयी परंपरा, राष्ट्रीय एकता-अखंडता को मजबूत करने का भी कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि वैवाहिक कार्यक्रम परिसर का नजारा गौरवान्वित कर रहा है, एक ओर गुलाबी पगड़ी में वर इतरा रहा है वहीं दूसरी ओर वधु अपने जोड़े में शरमा रही है, कहीं पुष्प वर्षा हो रही है, वर-वधु के परिजन उत्साह से लवरेज हैं, पंडित जी मंत्रोच्चार के साथ एवं मौलवी साहब कुरान की आयतों के साथ वैवाहिक रस्म की अदायगी कर रहे हैं, इस प्रकार के आयोजन वास्तव में प्रफुल्लित करने का कार्य करते हैं। उन्होने कहा कि कई विवाह समारोह में हम सबने प्रतिभाग किया है, लेकिन इस तरह का संयोग जहां 300 से अधिक वर-वधु शामिल हो रहे हों और इतना उल्लासमय वातवरण हो, यहां हर कोई प्रसन्न है, इतनी प्रसन्नता जिस कार्यक्रम में हो, वह कार्यक्रम कितना पावन होगा, इस कार्यक्रम के सूत्रधार मा. मुख्यमंत्री जी के विचार कितने पवित्र होंगे, हम अन्त्योदय की बात करते हैं, वह अन्त्योदय की संकल्पना को जमीन पर उतार कर दिखा रहे हैं।

श्री सिंह ने कहा कि विवाह एक मध्यम वर्गीय परिवार या आर्थिक दृष्टि से पिछड़ंे हुये व्यक्तियों के लिये कितना महत्वपूर्ण विषय होता था, विवाह को लेकर कई मुहावरे गढ़े गये, गरीब व्यक्ति के लिए कन्या की शादी करना बहुत ही कठिन कार्य था, यहां इतने विवाह एक साथ गरिमामयी वातावरण में सम्पन्न होना अपने आप में एक गौरव की बात है। उन्होने नव-दम्पत्तियों का आव्हान करते हुये कहा कि अपनी अर्धागिंनी को पूरा महत्व दें, अपने महत्वपूर्ण निर्णयों में अपनी पत्नी की सहमति अवश्य लें, आज से अर्धागिंनी केवल शब्दों की नहीं, आपके जीवन के हर निर्णय, खुशियां, कठिनाईयांे में अर्धागिनी हों। उन्होंने कहा कि इस भव्य समारोह में जिन नव-दंपतियों का वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न हुआ है, उन्हें अपने जीवन में मानस पटल पर इस समारोह की स्मृति हमेशा याद रहेगी।

पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद शाहा ने कहा कि आज इस भव्य समारोह में बिना किसी भेद-भाव के प्रत्येक वर्ग की गरीब बच्चियों की शादी संपन्न हुई है। उन्होंने ईश्वर से कामना करते हुए कहा कि आप सबका नव जीवन खुशहाल हो। मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है इस योजना में गरीब परिवारों की बेटियों की शादी पर रू. 51 हजार सरकार द्वारा व्यय किया जा रहा है, जिसमें से रू. 35-35 हजार वधू के खाते में भेजा जा रहा है, रू. 10 हजार का सामान बेटियों को उपलब्ध कराया जा रहा है, रू. 06 हजार बारातियों-घरातियों के खानपान, अन्य व्यवस्थाओं पर व्यय किया जा रहा है। उन्होने सभी अतिथिगणांे, जन-प्रतिनिधियों, वर-वधु एवं उनके परिजनों का आभार व्यक्त किया।

जिलाध्यक्ष राहुल चतुर्वेदी ने कहा कि केंद्र-प्रदेश सरकार सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास के तहत बिना किसी भेद-भाव के समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिए कार्य कर रही है, मिशन अंत्योदय की भावना के साथ आगे बढ़ संचालित योजनाओं का धरातल तक लाभ पहुंचाने का कार्य तेजी से हुआ है, आज समाज के अंतिम पायदान का व्यक्ति भी योजनाओं का लाभ पाकर विकास की मुख्य धारा से जुड़कर सम्मान के साथ अपना जीवन-यापन कर रहा है। पूर्व विधायक अशोक सिंह चौहान ने वैवाहिक बंधन के सूत्र में बंधे जोड़ों को मुबारकबाद देते हुए कहा कि प्रदेश के मुखिया ने गरीब परिवार के दर्द को समझा, बेटी के हाथ पीले करने पर उनके अभिभावकों को होने वाली पीड़ा का एहसास कर यह महत्वाकांक्षी योजना लागू की ताकि गरीब व्यक्ति को बेटी बोझ न लगे।

क्षेत्रीय उपाध्यक्ष आलोक गुप्ता ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के सपने को साकार करने का कार्य देश-प्रदेश में हो रहा है, उनकी कल्पना को साकार करने का कार्य देश के यशस्वी प्रधानमंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किया, समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए तमाम जन-कल्याणकारी योजनाएं संचालित की, उ.प्र. के मुख्यमंत्री ने गरीब परिवारों की बेटियों के अभिभावक के रूप में उनका विवाह भव्य समारोह में कराकर अपना रिश्ता निभाया। पूर्व जिलाध्यक्ष प्रदीप चौहान ने नव-दंपतियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश मिशन अंत्योदय के तहत समाज के अंतिम पायदान के व्यक्ति तक संचालित योजनाओं का लाभ पहुंचाकर उन्हें भी मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य हुआ है, गरीब व्यक्ति को बेटी की शादी के लिए साहूकारों के चक्कर में न पडे़, अपनी जमीन गिरवीं न रखनी पड़े, इसके लिए यह अनूठी योजना लागू की, इस योजना का लाभ पाकर गरीब परिवार की बेटियां अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।

जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि आज एक ही मंडप में 343 जोड़ों की शादी हुयी, जहां एक ओर वैदिक रीति-रिवाज से 333 हिन्दू जोडों ने अग्नि को साक्षी मानकर एक दूसरे की रक्षा का वचन लिया वहीं मुस्लिम परंपरा के अनुसार 10 जोडों की निकाह की रस्म अदा हुयी। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष संगीता गुप्ता, अनुजेश प्रताप सिंह, अजय पाल सिंह चौहान के अलावा अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, उप जिलाधिकारी सदर, करहल, भोगांव, कुरावली अभिषेक कुमार, नीरज कुमार द्विवेदी, संध्या शर्मा, आर.एन. वर्मा, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए. सत्येन्द्र कुमार, उपायुक्त मनरेगा श्वेतांक पांडेय, उपायुक्त एन.आर.एल.एम. शौकत अली, उपायुक्त उद्योग उत्कर्ष चंद्र, जिला पंचायत राज अधिकारी डा. अवधेश सिंह, खादी ग्रामोद्योग अधिकारी पवन यादव, समस्त खंड विकास अधिकारी, कार्यक्रम का संचालन स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी रविंद्र सिंह गौर ने किया।

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