कस्बा घिरोर में महाराजा अग्रसेन की विशाल शोभा यात्रा निकाली गई।

पुष्पराज चौहान, क्राइम रिपोर्टर बरनाल मैनपुरी

 

(मैनपुरी)। जनपद के कस्बा घिरोर में शिरोमणि युग प्रवर्तक महाराजा अग्रसेन की शोभा यात्रा कस्बे में बढ़ी भूम धाम से निका ली गई। अग्रवाल समाज द्वारा अपने आदर्श महापुरुष महाराजा की जयंती पर उनको याद किया। चेयरमैन यतेंद्र जैन ने कहा कि महाराजा अग्रसेन वैश्य समाज के संस्थापक माने जाते है। महाराजा अग्रसेन अग्रोहा के महान भारतीय शासक थे।अग्रसेन पौराणिक समाजवाद प्रवर्तक युगपुरुष के रूप में याद किए जाते है। इसलिए इन्होंने वैश्य समाज की स्थापना की। महाराजा अग्रसेन वैश्य समाज के पिता के रूप में पूजे जाते है। इनकी जयंती मुख्य रूप से उत्तर भारत में मनाई जाती है। क्षत्रिय कुल में जन्में अग्रसेन जिस शहर के राजा थे उहोंने इसकी स्थापना की थी। वह व्यापारियों का शहर था। अग्रसेन ने समाज में एकता और सद्भाव का संदेश दिया। यही कारण है कि मुख्य रूप से इनके अनुयायी अग्रसेन जयंती पर गरीबों में मुफ्त भोजन, दवाई आदि बांटते है। महाराजा अग्रसेन के सम्मान में भारत सरकार ने १९८६ में इनकी ५१०० वी जयंती पर डाक टिकट जारी किया था। अग्रसेन की जयंती भारत में हरियाणा, पंजाब, उतर प्रदेश में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। धार्मिक मान्यतानुसार अग्रसेन का जन्म सूर्यवंशी महाराजा बल्लवसैन के अंतिम काल और कलयुग के शुरू में आज से लगभग ५१४३ वर्ष पूर्व हुआ था।अग्रसेन खांडव प्रस्थ और बल्लवगढ़ जनपद के राजा थे। यही इन्होंने अग्रोहा शहर की स्थापना की। इनके राज में कोई दुखी लाचार नहीं था। बाद में यह उत्तर भारत में बस गए थे। धार्मिक मान्यतानुसार भगवान राम के पुत्र कुश के ३४ वी पीढ़ी के माने जाते है। कहा जाता है। १५ वर्ष की उम्र में अग्रसेन ने महाभारत के युद्ध में पांडवो की तरफ से युद्ध किया था।कृष्ण ने कहा था की अग्रसेन कलयुग में युग पुरुष बनकर अवतरित होगे। जो द्वापर युग की समाप्ति के बाद कलयुग में शुरू होगा। हरीश चंद्र के वृतांत के मुताबिक अगरसैन एक सूर्यवंशी क्षत्रिय राजा थे। श्री कृष्ण के समकालीन थे। इनका विवाह राजा नागराज कुमुद की बेटी माधवी से हुआ था।। इनके १८ बच्चे थे। जिनसे अग्रवाल गोत्र अस्तित्व में आया । यही कारण है कि वैश्य समाज महाराजा अग्रसेन की जयंती बड़ी धूम धाम के साथ मानाता है। शोभा यात्रा से पूर्व धर्मशाला में हवन किया गया। चेयरमैन यतेंद्र जैन ने समाज के बुजुर्गो ने महाराजा अग्रसेन की आरती की। जिसमें बच्चे , महिलायो , पुरुष ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। महिलाए और लड़कियां बैंड की धुन पर नाचती गाती चल रही थी। जगह जगह पर इन पर फूल वर्षा की गई। काफी आनंदमय माहौल था।उसके बाद शोभा यात्रा शहर के मुख्य मार्ग चमेली मंदिर, अग्रवाल चौक, डालगंज , पुराना बस स्टैंड से होते हुए शिव मंदिर पर आकर समाप्त हुई। । उसके बाद प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर कमेटी के सदस्य बोधकंत, दीपक, मुकेश प्रवीन,आशीष, तरुण , अमित, अनुज, पुनीत, शिवम कुमदेश, आलोक , सुधीर, संजीव, भारत, गणेश, गोल्डी और समस्त वैश्य समाज के लोगो के साथ साथ अन्य लोगो ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस मौके पर प्रशासन मुस्तैद रहा। उपजिलाधिकारी घिरोर प्रसून कश्यप , थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह, उo. नि ओमप्रकाश, उo. नि o वासुदेव, उo. नि o राकेश दीक्षित, का o भानू प्रताप सिंह, का o विष्णु भदौरिया, है o. का o विजय परमार और समस्त पुलिस स्टाफ मौजूद रहा।

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