जिलाधिकारी ने दो दिवसीय जनपद स्तरीय मिलेट्स महोत्सव का शुभारंभ किया

आमिर अली मैनपुरी

मैनपुरी – जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने 02 दिवसीय जनपद स्तरीय मिलेट्स महोत्सव का शुभारंभ करते हुये कहा कि कार्यक्रम में जो लोग उपस्थित हैं उनमें से अधिकांश लोगों को कृषि के बारे में बताने की आवश्यकता नहीं, कार्यक्रम में जितने कृषक मौजूद है उनमें से बहुत कम की उम्र ऐसी है जिन्होने अपने जीवन में कृषि कार्यों के दौरान मोटे अनाज की पैदावार की होगी, कुछ समय पूर्व अधिकांश लोग श्री अन्न मोटे अनाज के रूप में जौ, ज्यार, बाजरा, रागी का प्रयोग करते थे, मोटे अनाज का प्रयोग लोग इसलिए करते थे कि देश में हरितकांति नहीं आयी थी, सिंचाई के पर्याप्त संसाधान उपलब्ध नहीं थे, इसलिए मोटे अनाज की खेती आसानी से हो जाती थी, उस समय लोगों को जानकारी नहीं थी कि यह अनाज स्वास्थ्य के लिए कितने लाभप्रद थे. मोटे अनाजों में भरपूर पोषक तत्व मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि हरितकांति युग आने, रासायनिक खादों का प्रयोग होने, सिंचाई के पर्याप्त साधनों की उपलब्धता के फलस्वरूप धीरे-धीरे मोटे अनाज के स्थान पर गेहूं, चावल की खेती को बढ़ावा मिला, गेहूं, चावल की खेती करने से अच्छा मुनाफा मिला, पैदावार भी अच्छी हुयी, धीरे-धीरे लोग इस ओर बढ़े और मोटे अनाज की खेती में कमी आने लगी, धीरे-धीरे रासायनिक खादों, कीट नाशकों के प्रयोग का दुष्प्रभाव सामने आने लगा, जिसके फलस्वरूप हमें पुनः मोटे अनाज की तरफ बढ़ना होगा। श्री सिंह ने कहा कि श्री अन्न औषधि है. हमारे पूर्वजों ने कुदरत में पाए जाने वाली अनेक प्रकार के पदार्थों को खेती व भोजन में अपनाया, इसमें रागी, सांवा, कौणी, चीना, रामदाना, बाजरा, ओंगल, तिल, अलसी, जौ, मक्की और कई प्रकार की दालों को अपने खाने में शामिल किया और वह लंबे समय तक स्वस्थ, निःरोगी रहे, आज हम सबको मोटे अनाज को अपने खाने में शामिल करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जनपद में बाजरा का उत्पादन का क्षेत्रफल काफी अधिक है, यहां के कृषक स्वाभाविक रूप से श्री अन्न मोटे अनाज की खेती से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि देश कितना विकसित है, इसकी जानकारी के लिए वहां के आम आदमी की आय कितनी है. जिस देश के व्यक्ति की आय जितनी अधिक होती थी, वह देश आर्थिक रूप से सबसे अधिक समृद्धशाली, विकसित माना जाता था, धीरे-धीरे इस बात पर ऑकलन किया जाने लगा कि वहां के लोग कितने शिक्षित, कितने स्वस्थ है. इन सबको आधार मानते हुए समाज, देश के विकसित होने का ऑकलन किया जाने लगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण विषय है, परिवार में यदि कोई बीमार होता है, तो पूरे परिवार के लिए एक समस्या उत्पन्न होती है. चिंता का कारण बनता है. परिवार का कोई सदस्य खुश नहीं रह पाता, स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का मुख्य कारण खान-पान असंतुलन, अंधाधुंध रासायनिक खादों का प्रयोग है। जिलाधिकारी ने उपस्थित किसानों का आव्हान करते हुए कहा कि मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा दें, श्री अन्न की पैदावार करने से इसमें उर्वरकों, सिंचाई की कम आवश्यकता होगी, मोटे अनाज को डाइट में शामिल करने से बीमारियां भी दूर होगी। उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती से अधिक मुनाफा मिले तभी मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा मिलेगा इसके लिए सरकार ने तमाम योजनाएं संचालित की है। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि संचालित योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ उनका लाभ किसानों को मिले, मोटे अनाज से खाद्य उत्पाद बनाने की जानकारी प्रदान की जाए, सरकार द्वारा फूड प्रोसेसिंग के लिए अनुदान की व्यवस्था की गई है, बाजरा, रागी से बने हुए बिस्किट कि महानगरों में काफी मांग है, बाजरा रागी से बने हुए खाद्य सामग्री के दाम भी अन्य खाद्य पदार्थों की अपेक्षा ज्यादा मिलते हैं, दिल्ली, आगरा, कानपुर, लखनऊ जैसे महानगरों में इसकी काफी मांग है। उन्होंने कहा कि यदि किसानों को कम लागत्त में अधिक मुनाफा मिलेगा, उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा, मोटे अनाज की प्रोसेसिंग के उपरांत बिस्किट आदि बनाने की जानकारी होगी, तो किसानों की आय में वृद्धि होगी, स्वानाविक रूप से किसान ज्वार, बाजरा, जौ, रागी की खेती को अपनाएंगे। मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने कहा कि मिलेट्स के लिए किसानों को जागरूक किया जाये लोगों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए मिलेट्स बहुत ही लाभप्रद है। उन्होने कहा कि सामान्य फसलों में बाजरा रागी, ज्यार, बाजरा इत्यादि मिलेट्स में शामिल हैं, बाजरा अपने उच्च प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और लौह तत्त्व जैसे खनिजों के कारण गेहूँ एवं चावल की तुलना में कम खर्चीला तथा पौष्टिक रूप से बेहतर है, बाजरा कैल्शियम और मैग्नीशियम से भी भरपूर होता है, रागी को सभी अनाजों में सबसे अधिक कैल्शियम स्रोत के रूप में जाना जाता है, बाजरा पोषण सुरक्षा प्रदान करता है। उन्होने कहा कि मिलेट्स का उत्पादन और उपभोग को बढ़ावा देना होगा, आजकल बाजार में मोटे अनाज की मांग बढ़ रही है, फ्लिपकार्ट, एमेजन सहित अन्य प्लेटफार्म पर मिलेटस की रेट काफी अधिक है. डायटिशियन द्वारा भी आजकल मोटे अनाज का सेवन करने की सलाह दी जा रही है, जिसका मुख्य कारण मिलेट्स में मिलने वाले पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा के साथ पाचन भी बहुत आसानी से होता है, दैनिक आहार में श्री अन्न शामिल करने से स्वास्थ्य को काफी लाभ मिलता है। उन्होंने किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि दिन-प्रतिदिन मोटे अनाज की मांग बाजार में बढ़ रही है साथ ही सरकार का भी इस ओर काफी ध्यान है इसलिए आप सब मोटे अनाज की खेती से जुड़े, संचालित योजनाओं की जानकारी कर उनका लाम ले और अपनी आय में वृद्धि करें। उन्होंने कहा कि आजकल गेहूं-चावल पर कोई महोत्सव, मेले आयोजित नहीं हो रहे बल्कि मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए मेलों का आयोजन किया जा रहा है, आगे आने वाला समय मोटे अनाज का होगा। मिलेट्स महोत्सव में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी ने जयवीर सिंह फार्मर प्रड्यूसर बन्दरपुर को कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत ट्रैक्टर, सुपर सीडर, हैरो, कल्टीवेटर उपलब्ध कराया मिलेट्स महोत्सव में कृषि, भूमि संरक्षण, सहकारिता, इफको, पशुपालन, मत्स्य, लघु सिंचाई, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, समाज कल्याण, बेसिक शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित समूह बाबा जाहरवीर, उन्नति प्रेरणा महिला स्वयं सहायता समूह, सतीश बीज भंडार आदि ने स्टॉल लगाकर विभागीय योजनाओं की जानकारी दी. सरस्वती विद्या मंदिर की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की मोहक प्रस्तुति दी। इस दौरान संयुक्त कृषि निदेशक संतोष कुमार, उप कृषि निदेशक नरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, अपर जिला कृषि अधिकारी गौरव शाक्य, कृषि वैज्ञानिक डा. राम नगीना सिंह, डा. शौकत अली के अलावा अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे, कार्यक्रम का संचालन सतीश चन्द्र पुण्डीर ने किया।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या शाहाबाद में महिला डिग्री कॉलेज की स्थापना की जरूरत है?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129