परिषदीय विद्यालयों से अक्सर अनुपस्थित रहने वाले छात्रों के अभिभावकों से संवाद कर बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय भेजने के लिए किया जाये प्रेरित- जिलाधिकारी

मृदुल कुमार कुलश्रेष्ठ सिटी रिपोर्टर मैनपुरी

 

 

मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये, छात्रों को निर्धारित मीनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन, फल-दूध कराये जायें उपलब्ध अविनाश कृष्ण सिंह

 

*मैनपुरी* – जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला शिक्षा अनुश्रवण समिति, मध्यान्ह भोजन, जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की समीक्षा के दौरान विद्यालयों की जांच हेतु नामित अधिकारियों से कहा की प्रतिमाह अपने-अपने विद्यालय का निरीक्षण कर विद्यालयों में मूल-भूत सुविधाओं की उपलब्धता के साथ-साथ शैक्षिक वातावरण में सुधार लाने की दिशा में कार्य करें, खंड शिक्षाधिकारी प्रतिमाह मानक के अनुसार विद्यालयों का निरीक्षण करना सुनिश्चित करें, विद्यालयों में समय से शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए, पंजीकृत सभी बच्चे प्रतिदिन विद्यालय में आयें, ऐसे बच्चे जो अक्सर विद्यालय से अनुपस्थित रहते हैं, उनके अभिभावकों से वार्ता कर बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें। उन्होने कहा कि किसी भी विद्यालय में झाड़ियां, जल भराव की स्थिति न रहे, खंड शिक्षाधिकारी अपने-अपने अधीन विद्यालयों में साफ-सफाई, जल निकासी के बेहतर प्रबन्ध करायें, बच्चों को वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव हेतु जागरूक किया जाये।

 

श्री सिंह ने ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत 19-बिंदुओं की समीक्षा करने पर पाया कि जनपद के समस्त प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालय पीने के पानी, बालक-बालिका शौचालय, रैप, टॉयलेट बिंदुओं से संतृप्त है जबकि 205 विद्यालय दिव्यांग शौचालय, 10 विद्यालय मल्टीपल हैजवॉश, 58 विद्यालय किचन सेट, 08 विद्यालय विद्युतीकरण, 62 विद्यालय बालक यूरिनल, 81 विद्यालय बालिका यूरिनल, 1069 विद्यालय फर्नीचर से असंतृप्त है, विकासखंड घिरोर के 167. करहल के 122, किशनी के 153, कुरावली के 106, सुल्तानगंज के 130, मैनपुरी के 112, घिरोर के 78. बरनाहल के 80 विद्यालय में फर्नीचर नहीं है, जिस पर उन्होंने खंड विकास अधिकारियों, खंड शिक्षाधिकारियों, अधिशासी अधिकारी नगर निकाय को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के प्रत्येक प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालय को सभी 19 बिंदुओं में प्राथमिकता पर संतृप्त करना सुनिश्चित करें। उन्होने खंड विकास अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के कम से कम 10-10

 

विद्यालयों में क्षेत्र के संभ्रांत व्यक्तियों से छात्रों के लिए फर्नीचर की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें, जिन महानुभावों द्वारा विद्यालय को फर्नीचर उपलब्ध कराया जाये उन्ही के माध्यम से उसका उद्घाटन भी कराया जाये।

 

जिलाधिकारी ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को उच्च क्वालिटी का मध्यान्ह भोजन निर्धारित मीनू के अनुसार समय से उपलब्ध कराया जाए, निर्धारित दिवस को फल, दूध भी बच्चों को मिले सुनिश्चित किया जाये, खाने की गुणवत्ता विद्यालय के शिक्षक के साथ खंड शिक्षाधिकारी भी नियमित रूप से चैक करें। उन्होंने कहा कि बच्चों को नियमित नहाने, हाथ धोने के लिए प्रेरित किया जाये, जिन बच्चों की उपस्थिति शत-प्रतिशत हो उनके अभिभावकों को प्रोत्साहित किया जाये। उन्होने समीक्षा के दौरान कहा कि परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष आधार लिंकेज की स्थिति में काफी सुधार की गुजाइश है, विकास खंड कुरावली में 1768, जागीर में 1606, करहल में 1330 छात्रों के आधार लिंकेज होना शेष है, सम्बन्धित खंड शिक्षाधिकारी इस ओर ध्यान दें।

 

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी. गुप्ता, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए. सत्येंद्र कुमार, उपायुक्त एन.आर.एल.एम. शौकत अली, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, उपायुक्त मनरेगा श्वेतांक पांडेय, उप कृषि निदेशक नरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार, समस्त खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षाधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता ने किया।

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