जिलाधिकारी कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्याे की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियो से नाराज़ दिखे

शालिनी कुलश्रेष्ठ जिला संवाददाता मैनपुरी

स्टांप कमी के प्रकरण में उप जिलाधिकारी संवेदनशील रहकर करें जांच, नगर क्षेत्र के आस-पास की जा रही प्लाटिंग के बैनामों पर रखें पैनी नजर-जिलाधिकारी।

डूब क्षेत्र का उप जिलाधिकारी सप्ताह में 02 बार करें निरीक्षण, डूब क्षेत्र में कहीं भी न हों अनाधिकृत कब्जे-अविनाश।

 

*मैनपुरी* 12 सितम्बर 2024- लंबित आर.सी. की वसूली, स्टांप कमी के प्रकरण की जांच में शिथिलता बरतने पर तहसीलदार भोगांव, किशनी, अनुज्ञापियों से मानकों का पालन न कराने, मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में जांच की कार्यवाही न कराये जाने पर जिला आबकारी अधिकारी को चेतावनी जारी करने, धारा-24 के प्रकरण निर्धारित समय-सीमा में निस्तारित न करने पर उप जिलाधिकारी सदर, किशनी, कुरावली, घिरोर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्याे की मासिक समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने देते हुए कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारी राजस्व बढ़ाने की दिशा में कार्य करें, उप जिलाधिकारी नेतृत्व देकर वाणिज्य कर, परिवहन, आबकारी, विद्युत, स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन की लंबित आर.सी. की वसूली करायें, स्वयं क्षेत्र में निकलकर बड़े बाकीदारों से धनराशि की वसूली करें। उन्होंने कहा कि 01 लाख से अधिक बाकीदारों की अलग-अलग पत्रावली तैयार की जाएं, 10 बड़े बाकीदारों की चल-अचल संपत्ति कुर्क कर वसूली की कार्यवाही हो, उनकी संपत्ति की नीलामी करायी जाए, अमीनो से निर्धारित मानक के अनुसार वसूली कराई जाए, उप जिलाधिकारी, तहसीलदार अमीनवार साप्ताहिक वसूली की समीक्षा करें।

श्री सिंह ने उप जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आय-जाति, निवास प्रमाण पत्र निर्धारित समय-सीमा में जारी किए जाएं, अविवादित फौती समय से दर्ज हो, सर्पदंश, देवीय आपदा से पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए, कृषक दुर्घटना बीमा के प्रकरण भी प्राथमिकता पर निबटाये जायें ताकि आश्रितों को समय से योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि तहसील करहल, कुरावली में निर्धारित समय-सीमा के उपरांत भी आय-जाति प्रमाण पत्र जारी होने से अवशेष है वहीं तहसील घिरोर, भोगांव में अविवादित फौती दर्ज होने से शेष है। उन्होंने संबंधित उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों को हिदायत देते हुए कहा कि अधीनस्थों की कार्यशैली पर नजर रखें, किसी भी दशा में निर्धारित समय-सीमा के उपरांत आय-जाति, मूल निवास प्रमाण पत्र, अविवादित फौती जारी, दर्ज होने में विलंब न हो, सुनिश्चित किया जाए यदि कहीं भी डिफाल्टर की श्रेणी पाई गई तो संबंधित की जिम्मेदारी तयकर प्रभावी कार्यवाही होगी।

जिलाधिकारी ने जिला आबकारी अधिकारी को हिदायत देते हुये कहा कि अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए उप जिला मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में अभियान चलाया जाए, अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही हो, कहीं भी निर्धारित दर से अधिक दर पर शराब की बिक्री न हो, नियमों का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाए। उन्होने आबकारी वसूली की समीक्षा करने पर पाया कि रू. 182 करोड़ 24 लाख वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष माह अगस्त तक रू. 152 करोड़ 04 लाख की वसूली की जा चुकी है, माह अगस्त में अवैध शराब की बिक्री रोके जाने हेतु जनपद में 63 प्रवर्तन कार्य के दौरान 1894 लीटर अवैध शराब जब्त की गई एवं 03 हजार लीटर लहन नष्ट कराया गया, संलिप्त 18 व्यक्तियों की गिरफ्तारी भी की गयी। उन्होंने परिवहन विभाग की समीक्षा के दौरान पाया कि वार्षिक लक्ष्य 34 करोड़ 89 लाख के सापेक्ष माह अगस्त तक 28 करोड़ 99 लाख की वसूली की जा चुकी है, माह अगस्त में प्रवर्तन कार्य से 10 लाख 73 हजार की वसूली की गई, स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन वसूली की प्रगति संतोषजनक नहीं पाई गई, उप निबंधकों द्वारा माह में मात्र 42 कर अपवंचन के प्रकरण तहसीलों में भेजे गए, उप जिलाधिकारियों द्वारा भी स्टांप कमी के प्रकरण में जांच में देरी की जा रही है, उप जिलाधिकारी स्टांप कमी के प्रकरण की जांच में विलंब न करें।

उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि तहसील किशनी, घिरोर में वादों के निस्तारण में लापरवाही बरती जा रही है, वादों के निस्तारण में तहसील किशनी प्रदेश में 151वीं रैंक पर एवं तहसील घिरोर 88वीं रैंक पर है। संबंधित उप जिलाधिकारी, तहसीलदर प्रगति सुधारे, पुराने वादों को प्राथमिकता पर निस्तारित करें। उन्होने कहा कि मुख्य देय, विविध देय की वसूली की प्रगति सुधारी जाए, जनपद में किसी भी दशा में अवैध खनन की शिकायत न मिले, ईंट भट्टा स्वामियों से रॉयल्टी की धनराशि जमा कराई जाए, ओवरलोडिंग, डग्गेमारी को रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए।

बैठक में अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, अपर जिलाधिकारी न्यायिक नवीन चतुर्वेदी, राजस्व अधिकारी ध्रुव शुक्ला, उप जिलाधिकारी सदर, भोगांव, करहल, कुरावली, किशनी, घिरोर, अभिषेक कुमार, संध्या शर्मा, नीरज कुमार द्विवेदी, राम नारायण, गोपाल शर्मा, प्रसून कश्यप, डिप्टी कलेक्टर अंजलि सिंह, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी शिवम यादव, जिला आबकारी अधिकारी दिनेश कुमार, वरिष्ठ प्रशासनिक जगदीश चंद्र दीक्षित, प्रशासनिक अधिकारी हरेंद्र कुमार, तहसीलदार, अधिशासी अधिकारी नगर निकाय, कलेक्ट्रेट अनुभाग के पटल सहायक आदि उपस्थित रहे।

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