जरामई में हमलावर जानवर भेडिया नहीं सियार था।डीएफओ संजय कुमार मल्ल

ब्यूरो चीफ मनोज कुमार शर्मा मैनपुरी

मैनपुरी जनपद के अन्तगर्त थाना दन्नाहार क्षेत्र के ग्राम छोटी जरामई में 07-सितंबर को रात्रि में प्रान्शू पुत्र सत्यकुमार को भेड़िया ने हमला कर घायल करने प्रकरण संज्ञान में आया। विभाग द्वारा तत्काल क्षेत्रीय अधिकारी, मैनपुरी शोएब आलम अंसारी के अध्यक्षता में 7 सदस्य टीम प्रकरण की स्थलीय जाॅच हेतु टीम गठित की गई।

गठित टीम द्वारा घटना स्थल पर पहुॅच कर प्रान्शू व उसके परिवारजनों तथा आस-पास क व्यक्तियों की

उपस्थिति में प्रकरण की प्रारम्भ की। जाॅच में सर्व प्रथम घटना का सीन रिक्रिएट किया गया, तत्पश्चात टीम द्वारा घटना

स्थल व आस-पास क्षेत्र में हमलावर जानवर के पग चिन्हों को देखा गया, हमलावर जानवर के स्पष्ट पग चिन्ह नहीं पाये गये,

जाॅच में प्रान्शू द्वारा बताया गया कि ‘‘वह खेत पर बनी कच्ची का कोठरी में सो रहा था, कच्ची कोठरी पर पन्नी पड़ी है कोठरी के पास में पडे़ छप्पर में बकरिया बंधी थी, रात्रि में करीब 12ः00 बजे आबाज आने पर उठकर देखा कि पन्नी हटाने पर जानवर

निकलकर भागा, भागते समय जानवर ने अपना पंजा मेरे मारा जिससे मेर चेहरे पर हल्के खरोंच के निशान आए हैं।

गठित टीम द्वारा प्रान्शू से उस जानवर की आकृति के बारे में विस्तार से पूछा गया, प्रान्शू द्वारा बताया गया

कि ‘‘उक्त जानवर की गदर्न पर बाल, आंख लाल तथा चेहरे पर काली धारीनुमा थी। गठित टीम द्वारा प्रान्शू को पहले भेडिया के

फाेटाे ग्राफ्स व वीड़ियाे दिखाये गये और पूछा गया कि हमलावर जानवर दिखने में ऐसा था, प्रान्शू द्वारा भेडि़या के फाेटाे ग्राफ्स

व वीडियो देखकर स्पष्ट मना किया गया कि हमलावर जानवर ऐसा नहीं था। फिर टीम द्वारा प्रान्शू काे सियार के फाेटाे ग्राफ्स

व वीडियो दिखाये गये, तभी प्रान्शू बाेला कि वह जानवर यही था, स्थल पर उपस्थित प्रान्शू के परिवारीजन व ग्रामीणों काे

भेड़िया और सियार दोनाे के फाेटाे ग्राफ्स में प्रान्शू द्वारा पहचाने गये हमलावर जानवर सियार के फोटाे ग्राफ्स दिखाये गये।

प्रान्शू फाेटाे ग्राफ्स में पहचाने गये हमलावर जानवर सियार है, से पूण र्तः सहमत है।‘‘

गठित टीम द्वारा स्थलीय जाॅच में प्रान्शू द्वारा पहचाने गये हमलावर जानवर तथा उसके द्वारा हमलावर

जानवर की आकृति आदि के सम्बन्ध में दी गयी जानकारी से हमलावर जानवर भेड़िया होने की पुष्टि नहीं हो सकी है।

आस-पास काफी छानबीन करने पर जानवर के पैरों के निशान भी नहीं मिले, प्रान्शू काे भेडि़या व सियार के फोटाे दिखाने पर

उसने सियार जैसा जानवर होने की पुष्टि की, भेड़िया जैसे जानवर होने से इंकार कर दिया। आस-पास के लोगाें ने भी सियारों

के प्रायः आने जाने की बात बतायी। टीम द्वारा उपस्थित लोगाें काे भेडि़या व सियार में अन्तर के बारे में जानकारी दी गयी तथा

बच्चाें व अकेले व्यक्ति काे बाहर खुले में न साेने की सलाह दी गयी। वन्य जीवों से सावधान रहने एवं बचाव के उपाय बताये

गये तथा विश्वास दिलाया गया कि वन विभाग ग्रामीणजनों की सुरक्षा हेतु सदैव तत्पर है।

सियार देख भेड़िए की अफवाह फैलाने पर होगी सख्ती।

गठित टीम द्वारा की गयी जाॅच से स्पष्ट है कि मैनपुरी जनपद के अन्तगर्त छाेटी जरामई में हमलावर जानवर

भेडि़या नहीं सियार है। आस-पास के क्षेत्राें के लोगाें से अपील है कि अफवाहाें पर ध्यान न दें, बच्चाें में भय का माहौल न बनने

दें। सियार देख भेड़िये की अफवाह फैलाने वाले तथा अनावश्यक भय का माहौल उत्पन्न करने वालाें के विरूद्ध कड़ी कायर्वाही

की जायेगी।

 

 

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