भाजपा को विधानसभा चुनावों में 85 सीटें जीतने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर वेदप्रकाश विद्रोही का प्रहार

राजेश भारद्वाज स्टेट हेड स्वतंत्र प्रबोध पत्रिका

 

स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनीे के इस दावे को हास्यास्पद बताया कि भाजपा विधानसभा चुनावों में 85 सीटेे जीतेगी। विद्रोही ने कहा कि जो मुख्यमंत्री नायब सिंह विधानसभा का दरवाजा देखने के लिए अपने लिए सुरक्षित सीट तलाशने में दिन-रात करके इधर-उधर भटक रहे हो, वे खुद तो चुनाव जीतने की स्थिति में नही है, पर भाजपा हरियाणा से 85 विधानसभा सीटे जीतेगी, ऐसा बेसुरा राग अलापकर पूरे प्रदेश में न केवल हंसी का पात्र बन चुके है अपितु आमजनों ने यह भी मान लिया है कि कुर्सी हाथों से निकलती देखे नायब सिंह इतने हताश न निराश हो गए है कि वे स्वयं ही नही जानते कि वे क्यो बोल रहे है? वहीं अपने को अनुशासित पार्टी होने का राग अलापने वाली भाजपा में अब सडकों पर जूतियों में दाले बट रही है। लोकसभा चुनावों के परिणामों का यह साईट इफेक्टस है कि अब भाजपा कार्यकर्ता मोदी-शाह के तानाशाहीपूर्ण निर्णय स्वीकारने को तैयार नही। जम्मू-कश्मीर में भाजपा की टिकटों की घोषणा के बाद खुली बगावत हो चुकी है। विद्रोही ने कहा कि यही स्थिति हरियाणा में बन रही है। भाजपा को विगत दो विधानसभा चुनावों में अहीरवाल में एकतरफा समर्थन मिलने के चलते भाजपा हरियाणा की सत्ता पर काबिज होने में सफल रही, लेकिन इसबार दक्षिणी हरियाणा अहीरवाल की सभी सीटों पर भाजपा मेें खुली बगावत तय है। राव इन्द्रजीत सिंह व राव इन्द्रजीत सिंह विरोधी खेमे में परस्पर विरोध की स्थिति यह बन गई है कि किसे भी टिकट मिले, ऐसा एक खेमा उसका विरोध खुलेआम करेगा। दक्षिणी हरियाणा-अहीरवाल के बहुत से भाजपा नेता अपनी टिकट कटती देख सार्वजनिक सभाएं व बैठके करके हर हालत में चुनाव लडने का ऐलान कर रहे है। विगत दस सालों में हरियाणा में भाजपा ने कहीं की ईंट और कहीं का रोडा इक्कठा करके जो भाजपा पार्टी रूपी महल खडा किया था, उसका विधानसभा चुनाव मेें ताश की पत्तों की तरह बिखरना तय है। विद्रोही ने कहा कि कांग्रेस पर गुटबाजी का आरोप लगाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने वाली भाजपा इसबार हरियाणा में ताश की पत्तों की तरह बिखर जायेगी जो चुनावों से पूर्व अंधा व्यक्ति भी खुली सडकों पर देख सकता है।

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