जिलाधिकारी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट में ध्वजारोहण कर उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों को शपथ दिलायी

मृदुल कुमार कुलश्रेष्ठ, सिटी रिपोर्टर मैनपुरी

मैनपुरी 16 अगस्त, 2024- जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट में ध्वजारोहण कर उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों को शपथ दिलाने के उपरांत कहा कि आजादी के बाद हमारे देश ने हर क्षेत्र में विकास की नई बुलंदियों को छुआ है, आज हमारा देश विश्व की सबसे बड़ी 05वीं अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा है, आज भारतवर्ष को कोई उपेक्षा की दृष्टि से नहीं देख सकता, दुनिया का हर देश भारत को सम्मान की दृष्टि से देखता है, आजादी के बाद हम खाद्यान्न के क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भर हुए, रक्षा के क्षेत्र में भी नई बुलंदियों को छुआ. परंतु आज भी कुछ गंभीर चुनौतियां हमारे सामने खड़ी है, बढ़ती जनसंख्या देश में ज्वलंत समस्या बनी हुई है, आजादी के समय 1947 में इस देश की आबादी 34 करोड़ थी लेकिन आज बढ़कर लगभग 147 करोड़ हो चुकी है, आजादी के समय जितनी भूमि हमारे पास उपलब्धि आज भी उतनी ही भूमि है लेकिन जनसंख्या कई गुना बढ़ चुकी है, हमें इस पर गंभीर चिंतन करने की जरूरत है।

 

श्री सिंह ने कहा कि आजादी से पूर्व 1857 में संचार की सुविधा नहीं थी लेकिन हमारे पूर्वजों में उत्साह की कोई कमी नहीं थी, आजादी पाने के लिए संचालित होने वाले आंदोलनों की जानकारी एक जनपद से दूसरे जनपद, एक राज्य से दूसरे राज्य तक पहुंचाने के लिए पैदल, घोड़ा के माध्यम से दुर्गम रास्तों को पार करते हुए संदेश पहुंचाने का कार्य करते थे, पूरे देश में एक ही दिन, एक ही समय पर आंदोलन शुरू होते थे लेकिन आज हमारे बीच उदासीनता फैली है, तमाम लोग आजादी के पर्व में शामिल नहीं होते हैं जबकि इस आजादी को पाने के लिए हमारे असंख्य देशवासियों ने अपने प्राणों को हंसते-हंसते गंवा दिया, वीर-बलिदानियों में श्रेय लेने का शौक नहीं था तमाम आंदोलनकारी ऐसे हैं जिन्हें आज भी हम लोग नहीं जानते। उन्होंने सभी का आह्वान करते हुए कहा कि स्वाधीनता पाने के लिए चलाए गए आंदोलनों जैसा उत्साह, जुनून अपने अंदर पैदा करें, जो व्यक्ति जिस पद पर है वह अपना योगदान आमजन की भलाई के लिए करें, सभी लोग एकजुट होकर एक भारत-श्रेष्ठ भारत बनाने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि इस देश में गलत काम, गलत रास्ते अपनाने वाले तेजी से आगे बढ़ते हैं, आज पूरा देश पर्यावरण प्रदूषण, प्लास्टिक, पॉलिथीन के कारण कराह रहा है, स्पष्ट नीति लागू होने के बाद भी पॉलिथीन की रोकथाम के उपाय नहीं मिल रहे हैं, इस पॉलिथीन में नष्ट न होने वाले केमिकल पैदा हो रहे हैं, जो किसी न किसी माध्यम से मानव शरीर के साथ-साथ पशु-पक्षियों के भीतर भी पहुंच रहे हैं, जो कैंसर जैसी भी भयंकर बीमारी को बढ़ावा दे रहे हैं, इस पर हम सबको चिंतन करना होगा। उन्होंने कहा रासायनिक उर्वरकों के अधाधुंध प्रयोग के कारण पैदावार तो बढ़ी लेकिन मिट्टी की सेहत पूरी तरह खराब हो चुकी है साथ ही भूमि जल स्तर में भी तेजी से गिरावट आई है, आज बिना खाद के कोई अन्न पैदा नहीं हो सकता। उन्होंने किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि मिट्टी की सेहत बचाने के लिए रासायनिक उर्वरकों के बजाय जैविक खादों का प्रयोग करें, आगे आने वाली पीढ़ी को बेहतर वातावरण के साथ उपजाऊ मिट्टी मिले।

 

जिलाधिकारी ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर अब तक तीन पीढ़ियां गुजरी होगीं, स्वाधीनता आंदोलन के दौरान की पीढ़ी ने तमाम यातनाएं झेलीं होगीं, अंग्रेजी हुकूमत के जुल्म सहे होगें, असंख्य लोगों ने विभिन्न आंदोलनों के दौरान अपने प्राण गवायें होंगे, दूसरी पीढ़ी वह जो आजादी के आंदोलन में शामिल नहीं होगीं, हमारे पूर्वजों की जो स्वाधीनता आन्दोलन के साक्षी नहीं होंगे, वह एक पीढ़ी होगी जिसने स्वतंत्र देश को मजबूत बनाने में अपना योगदान दिया होगा, आजादी के इन 77 वर्षों में आजाद भारत को तमाम क्षेत्रों में स्वावलम्बी बनाने का कार्य किया होगा, तीसरी पीढ़ी जिसमें कि हम सभी आते हैं, हम लोगों पर इस देश को विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, सबसे ताकतवर देश बनाने की है, युवा पीढ़ी को सही मार्ग प्रशस्त कर उन्हें देश को विकास के पथ पर किस प्रकार ले जाना है, उनको गाइड करने की जिम्मेदारी है और वह जिम्मेदारी हम लोग अपने कर्तव्य, आचरण से ही कर सकते हैं, हम लोगों का जो सामूहिक आचरण है, हम जो संस्कृति विकसित करेंगे, वही हमारी युवा पीढ़ी अनुसरण करेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा में आबादी का मात्र 03-04 प्रतिशत व्यक्ति ही है, उनमें यहां उपस्थित सभी लोग शामिल हैं, इसलिए हम सबके ऊपर अधिक जिम्मेदारी है।

 

अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र ने कहा कि इस देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हम सबको अपने बच्चों को संस्कारवान बनाना होगा, बड़ों का सम्मान करने, छोटों को स्नेह, सीख देने की भावना पैदा करनी होगी, सभी को अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा। उन्होंने

कहा कि आजादी का मूल्य तो हमें कोरोना कालखंड में महसूस हुआ, महामारी के कारण सभी लोग घरों में कैद थे, यही हाल आजादी से पूर्व अंग्रेजों के शासनकाल में था, जब देशवासी उनके डर से घरों में कैद रहते थे, इसलिए हम सबको गुलामी के दौरान देशवासियों द्वारा झेली गई यातनाओं को याद कर आजादी को अक्षुण बनाने के लिए अपना योगदान देना होगा, बच्चों के मन में बचपन से ही देशभक्ति की भावना जागृत करनी होगी।

 

अपर जिलाधिकारी न्यायिक नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि शिखर पर पहुंचना कठिन होता है, और शिखर पर बने रहना उससे भी अधिक कठिन होता है। उन्होने कहा कि आजादी तमाम संघर्षों, बलिदानों के पश्चात प्राप्त हुयी, इस आजादी को अक्षुण रखने के लिए सभी को एकजुट रहकर सम्मलित प्रयास करने की आवश्यकता निरतंर बनी रहेगी है। उन्होने कहा कि गुलाम होने के लिए केवल विदेशी ताकतों, अंग्रेजों की आवश्यकता नही हैं, हम अपने अंदर ही गुलाम हो सकते हैं, कुछ लोग अपनी आदतों के गुलाम हो जाते हैं, जिससे वह कभी बाहर नहीं निकल पाते, हमें ऐसे लोगों से सजग रहने की जरूरत है। उन्होने कहा कि हम सबके ऊपर बहुत जिम्मेदारी है, अपने बर्ताव, कार्यशैली से प्रत्येक व्यक्ति का भला करें, संचालित योजनाओं का लाभ पात्र को मिले, परेशान व्यक्ति की समस्या का गुणवत्ता के साथ समाधान हो। कलेक्ट्रेट में आयोजित गोष्ठी में राजस्व अधिकारी ध्रुव शुक्ला, डिप्टी कलेक्टर योगेंद्र कुमार, जिला अभिहीत अधिकारी डा. श्वेता सैनी, वरिष्ठ कोषाधिकारी आशुतोष कुमार, बाल संरक्षण अधिकारी अल्का मिश्रा, सेवानिवृत्ति सत्य प्रकाश द्विवेदी, पत्रकार चंद्रपाल सिंह ने अपने विचार, देशभक्ति पर आधारित गीत प्रस्तुत किये।

 

इस दौरान जिला सूचना विज्ञान अधिकारी मयंक शर्मा, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जगदीश दीक्षित, प्रशासनिक अधिकारी हरेंद्र कुमार, आपदा विशेषज्ञ अंकिता सक्सैना, ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर सौरभ पांडेय, नाजिर रोहित, एल.बी.सी. वीरेश पाठक, प्रभाकर गंगवार, अनुज कुमार, सत्येन्द्र कुमार, पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह, लोकेन्द्र सिंह, रमेश तोमर, विनय कुमार यादव, श्रीकृष्ण, राहुल यादव, मुमताज आलम, सौम्य वर्धन, अजय कुमार आदि उपस्थित रहे, कार्यक्रम का संचालन वेद प्रकाश श्रीवास्तव ने किया।

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