विभाजन विभीषिका पर आधारित सवाक चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया

मृदुल कुमार कुलश्रेष्ठ सिटी रिपोर्टर मैनपुरी

मैनपुरी 14 अगस्त, 2024 विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर नगर पालिका स्थित शहीद पार्क में विभाजन विभीषिका पर आधारित सवाक चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. उपस्थित अधिकारियों, जन-प्रतिनिधियों, स्कूली बच्चों, अध्यापकों, गणमान्य व्यक्तियों ने 12 मिनट को मौन रख स्वाधीनता पाने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले वीर बलिदानियों को बुद्धाजलि अर्पित की। जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं, जन-सामान्य को संबोधित करते हुए कहा कि लम्बे संघर्ष के बाद वर्ष 1947 को जब देश आजाद हुआ उसी दौरान देश के बंटवारे की मांग ने जोर पकड़ा और 14 अगस्त 1947 को देश को

 

बंटवारे का दंश झेलना पड़ा जब भारत, पाकिस्तान का बंटवारा हुआ, देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता, नफरत और हिंसा की वजह से बढ़ी संख्या में लोगों को विस्थापित होना पड़ा, असंख्य लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी, उन लोगों के संघर्ष बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा। उन्होने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्त होने के तत्काल बाद साम्प्रदायिक, कट्टरपंथी तत्वों के द्वारा भीषण ताण्डव, नरसंहार किया, विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर आज हम ऐसे परिवारों, जिन्होने बंटवारे के दौरान अपना सबकुछ गया दिया, तमाम लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. उनकी याद में एकत्र हुये हैं। उन्होने कहा कि आज का दिवस हम सब भारतवासियों के लिए महत्वपूर्ण दिन है, हम सबको देश की आजादी किन परिस्थितियों, संघर्षों के बाद मिली, उसके बाद जब देश का बटवारा हुआ तब उस बंटवारे के फलस्वरूप कितना भीषण नरसंहार हुआ, लाखों लोग अपने घरों को छोड़कर छोटे-छोटे बच्चों, बुजुर्ग व बीमार लोगों के साथ जिस हालत में थे उसी हालत में छोड़कर भागने के लिए विवश हुये, उसी दौरान कश्मीर के मीरपुर जिले में हजारों की संख्या में लोगों को नदी में काटकर फेंक दिया गया, नदी से हजारों लोगों के कंकाल बरामद हुये, उस समय के लोगों ने इस भीषण त्रासदी को झेला।

 

श्री सिह ने आव्हान करते हुये कहा कि सभी लोग अपने अंदर राष्ट्र प्रेम, आपसी एकता, सौहार्द पैदा करें कि हमारे देश में दोबारा कभी ऐसे हालात पैदा न हो सकें, कोई ऐसे तत्व सकिय न हो सके, कोई ऐसी विघटनकारी, अलगाववादी भावनाए, विचार और तत्व पनपने न पाएँ इसके लिए हम सबको संगठित होकर मजबूती के साथ आगे बढ़ने का संकल्प ले। उन्होंने छात्रों से कहा कि विभाजन विभीषिका पर आधारित चित्र प्रदर्शनी में तमाम ऐसी घटनाएं दांयी गयी है, जिनका वर्णन पुस्तकों में नहीं मिलता, इस प्रदर्शनी के माध्यम से प्रत्येक घटनाक्रम को प्रदर्शित किया गया है, आप सब प्रदर्शनी में लगे पीस्टर का अवलोकन कर अपने इतिहास के बारे जाने, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में प्रतिभाग कर स्वतंत्रता आन्दोलन के गौरवमयी इतिहास की जानकारी कर इस देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने में अपना योगदान दें।

 

पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने कहा कि विगत् 04 वर्षों से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस दिवस का उ‌द्देश्य युवा पीठी को बंटवारे के दौरान देश के लोगों द्वारा डोले गये दश की जानकारी उपलब्ध कराने का है। उन्होने कहा कि हमें स्वाधीनता लम्बे संघर्ष, यातनाएं झेलने के उपरांत मिली है. कल हम सब आजादी का जश्न मनायेंगे और उसके 01 दिन पहले कितनी कठिनाईयों के दौर से यह देश गुजरा है और कितने लोगों ने अपने परिवारीजनों को खोया है. यह जानने, समझने की आवश्यकता है. जहां एक ओर हिन्दुस्तान से अलग होकर पाकिस्तान बना, कैसे लोगों ने अपने परिवारों को खोया, उनके बलिदानों से हमें आजादी मिली उन बलिदानियों को याद करने, जिन लोगों ने अपने परिवार को खोया है उनको स्मरण करने का दिवस है।

 

मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को जब हमें आजादी मिली उससे ठीक 01 दिन पहले देश का विभाजन हुआ, आज हम सब विभाजन विभीषिका मना रहे हैं. यह उन लोगों के लिए श्रृद्धांजलि है, जिन्होने इस दिन अपनों, अपने परिवारों को खोया, जब भी हम इतिहास को पलट कर देखेंगे तो हमें पता चलेगा कि हमें आजादी किन परिस्थितियों में प्राप्त हुयी, कई माताओं ने अपने बेटों, कई बाहनी ने अपने भाईयों, तमाम महिलाओं ने अपने पति को खोया, जिन लोगों ने इस त्रासदी की डोला, तमाम यातनाएं सहीं, आज उन लोगों के

 

लिए श्रृद्धांजलित अर्पित करने का अवसर है। क्षेत्रीय उपाध्यक्ष आलोक गुप्ता ने कहा कि हम सबको आजादी तो प्राप्त हुयी. एक तरफ देश स्वतंत्रता के जश्न-ए-आजादी मनाने की तैयारियां कर रहा था वहीं दूसरी तरफ 14 अगस्त 1947 को भारत को विभाजन की विभीषिका भी झेलनी पड़ी, कितने लोगों ने स्वजनों को खोया, किस प्रकार धर्म के आधार पर बंटवारे की तैयारी लोगों ने की वह बहुत ही दुखद दिन था. तमाम कांतिकारियों, आन्दोलनकारियों ने आजादी के लिए संघर्ष किया तब कहीं जाकर हम सबको आजादी प्राप्त हुयी।

 

के आर.सी. कन्या इंटर कॉलेज, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज की छात्राओं ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर अपने विचार व्यक्त किये, के. आर.सी. कन्या ई को राष्ट्रीय सेवा योजना, किश्चियन इं.की, श्री गंगा सहाय इं. का. राजकीय बालिका इंकों के पात्र-छात्राओं ने आयोजित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र अपर जिलाधिकारी न्यायिक नवीन श्रीवास्तव, उपायक्त स्वतः रोजगार शौकत अली, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी देवेंद्र कुमार शर्मा अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका बुद्धि प्रकाश, नीरज बाबू दुबे, वरूण मिश्रा, उक्त विद्यालयों के शिक्षक आदि उपस्थित रहे।

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