इस बार के बजट में कुछ खास बदलाव नहीं किये गए इसको लेकर टैक्शैसन वार एसोसियेशन के अधिवक्ताओ द्वारा”बजट पर चर्चा” की

मृदुल कुमार कुलश्रेष्ठ सिटी रिपोर्टर मैनपुरी

 

मैनपुरी। आज 23-07-2024 को ऊँ साई गेस्ट हाउस स्टेशन रोड मैनपुरी में “बजट पर चर्चा” मीटिंग हुई । चर्चा में टैक्शैसन वार एसोसियेशन के अधिवक्ता विकास नन्दन कुलश्रेष्ठ ने बताया कि कर व आयकर प्रणाली को देखते हुऐ इस बार के बजट में कुछ खास बदलाव नहीं किये गये। आयकर स्लेव कुछ इस प्रकार है।

 

रू 0 – 3 लाख – निल

रू 3 – 7 लाख – 5%

रू 7 – 10 लाख – 10%

रू 10 – 12 लाख – 15%

रू 12 – 15 लाख – 20% और

15 लाख से अधिक 30%

 

आयकर करदाता को देना होगा। और दूसरी कर प्रणाली में 7 लाख तक कोई कर नहीं पर करदाता 80C आदि की सभी प्रकार की छूटों से वंचित रहेगा। अधिवक्ता ने यह भी बताया कि मानक कटौती की छूट 50,000 से बढाकर 75,000 कर दी गई है। शेयर मार्केट और म्यूटअल फंण्डस में इन्वेस्ट करने वालों के ऊपर कर का भारी प्रभाव पढने वाला है क्योंकि शोर्ट टर्न केपिटल गेन कर 15% से बढाकर 20% कर दिया गया है और लोंग टर्न कैपिटल गेन कर 10% से बढाकर 12.5% कर दिया गया है। एम0एस0एम0ई व्यापारियों को देखते हुऐ अधिकतम लोन की रकम 10 लाख से बढाकर 20 लाख कर दी गई है। भारत में कैंसर को बढता देखते हुऐ इस बार के बजट में कैंसर से सम्बन्धित प्रमुख तीन दवाइयों पर कस्टम डयूटी में लाभ दिया गया जिससे Trastuzamab, Deruxtecn, Usimertinib और Durvalumab की कीमतों में आने वाले समय में भारी गिरावट देखी जायेगी। जरूरी उपयोग वस्तुओं में कस्टम डयूटी कम करने के कारण मुख्यतः यह वस्तुये बहुत जल्द सस्ती होने जा रही है। जैसे मोबाइल फोन और एैससरिज, प्रीमियस मेटल, कैंसर मैडिसन, एक्स रै इक्यूपमेन्ट, फिश एण्ड एबुआकल्चर प्रोडक्टस इसैन्शियल मेटल्स एण्ड मिनिरलस, सोलर पैनल, लैदर गुडस, फुटवियर एण्ड टैक्सटाइल्स आदि। अधिवक्ता ने यह भी बताया कि बजट को और भी अच्छा बनाया जा सकता था। वित्त मंत्रालय को बजट में और ज्यादा मेहनत और सुधार की आवश्यकता है।

अधिवक्ता अमित जौहरी ने कहा अधिवक्ता समाज सदैव न्याय दिलाने में मील का पत्थर सवित होता है। पर इस बजट में अधिवक्ताओं को बिलकुल नजर अंदाज किया गया है सरकार को नये अधिवक्ताओं के र्स्टाटअप और स्वास्थ्य कार्ड हेतु विचार करना चाहिये।

अधिवक्ता कन्हैया कुलश्रेष्ठ एवं जिला अध्यक्ष भारतीय किसान युनियन ने कहा कि किसानों हेतु स्पेशल पैकेज आदि ना देने के कारण किसानों में पूर्व वर्ष की भाति इस वर्ष भी निराशा है। वार्ता में प्रमुख रूप से एड0 राजीव कुलश्रेष्ठ, एड0 अशोक गुप्ता, रजत सक्सैना, रिन्कू गुप्ता, शिवम गुप्ता, सूर्यकान्त मिश्रा, एडo राहुल कुलश्रेष्ठ , अनिल सक्सेना आदि दर्जनों अधिवक्ताओं ने अपने विचार रखे।

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