तौकीर रजा का धर्म परिवर्तन कार्यक्रम स्थगित होना हिन्दू महासभा की नैतिक विजय – बी एन तिवारी 

ब्यूरो चीफ दुष्यंत पचौरी हाथरस 

 

नई दिल्ली, अखिल भारत हिन्दू महासभा के भारी विरोध से तौकीर रज़ा ने अपना धर्म परिवर्तन कार्यक्रम का एलान स्थगित कर दिया है। तौकीर रज़ा ने 21 जुलाई को बरेली के एक विद्यालय में 23 हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करवाने का एलान किया था, जिसे हिन्दू महासभा और अन्य हिन्दू संगठनों के भारी विरोध के कारण स्थगित करना पड़ा है।

हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान में बताया कि धर्म परिवर्तन के ऐलान का मामला संज्ञान में आते ही हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी और हिन्दू महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर गीता रानी ने तौकीर रजा की गिरफ्तारी और बरेली प्रशासन से धर्म परिवर्तन कार्यक्रम को अनुमति न देने की मांग की थी। हिन्दू महासभा नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा था कि हिन्दू महासभा कार्यकर्ता धर्म परिवर्तन कार्यक्रम स्थल पर पहुंच कर विरोध प्रदर्शन करते हुए किसी भी कीमत पर धर्म परिवर्तन नहीं होने देंगे।

हिन्दू महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर गीता रानी ने कहा कि हर्ष का विषय है कि हिन्दू महासभा की चेतावनी के दबाव में बरेली प्रशासन ने तौकीर रजा के कार्यक्रम को अनुमति देने से इंकार कर दिया और तौकीर रज़ा को अपना एलान स्थगित करने पर विवश होना पड़ा। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण भारत के इस्लामीकरण का प्रमुख अस्त्र है, जिस पर पूर्ण प्रतिबंध का केंद्रीय कानून समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में धर्मांतरण का विरोध सम्पूर्ण राष्ट्र में जारी रहेगा।

हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने तौकीर रजा के धर्म परिवर्तन कार्यक्रम के स्थगित होने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि तौकीर रजा पर आरोप लगाया कि शब्दों के मायाजाल में उलझाकर गजवा ए हिन्द के अपने नापाक इरादों को साकार करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि तौकीर रज़ा ने धर्म परिवर्तन कार्यक्रम को स्थगित किया है, रद्द नहीं किया। स्थगित करने का अर्थ इस कार्यक्रम को पुनः आयोजित किया जाना होता है।

हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को तौकीर रज़ा और उनके सहयोगियों की निगरानी की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने कहा था – *” अपना हाथ कोहनी तक तेल में भिगोईये और हाथ को तिल की बोरी में डाल दीजिए। हाथ पर जितने तिल चिपकते हैं, उतनी बार मुसलमान माफी मांगे तो भी उन पर विश्वास मत कीजिए। “* आज हमे गुरु तेग बहादुर के इस विचार को आत्मसात करने की आवश्यकता है।

हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने कहा कि गजवा ए हिन्द की रोकने का एकमात्र उपाय भारत को संवैधानिक रूप से हिन्दू राष्ट्र घोषित करना और धर्मांतरण के विरुद्ध कठोर कानून बनाना हो सकता है। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण विरोधी कानून और हिन्दू राष्ट्र निर्माण आंदोलन तेज होगा।

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