प्रायाग पब्लिक स्कूल में पढ़ाई के नाम पर की जा रही सीधी लूट मौत का खेल बच्चों के साथ हो सकता है कभी भी बड़ा हादसा

मृदुल कुमार कुलश्रेष्ठ सिटी रिपोर्टर मैनपुरी

जनपद मैनपुरी के तहसील करहल में स्थित प्रयाग पब्लिक स्कूल से लेकर अन्य विद्यालयों में शिक्षा के नाम पर सीधी लूट एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कूल चलो अभियान जैसे कई नियमों को निकाल कर शिक्षा पर भारी ध्यान दे रही है वहीं जनपद मैनपुरी में इसका कोई भी असर देखने को नहीं मिल रहा है ताजा मामला करहल में स्थित प्रयाग पब्लिक स्कूल चल रहा है जिसमें बच्चों के मां-बाप से पढ़ाई से लेकर गाड़ी का किराया भारी भरकमप बसूला जाता है लेकिन स्कूल की मिनी बस में

भूसा की तरह अनगिनत बच्चे भर दिए जाते हैं वही प्रयाग पब्लिक स्कूल की एक मैजिक में भूसा की तरह तीन से चार दर्जन बच्चे भर कर ले जाते हुए लोगों ने देखा तो दंग रह गए लोगों ने जब देखा की स्कूल वैन में 30 से 40 बच्ची भरे हुए हैं हद तो तब हो गई जब देखा कि स्कूली बस और वैन में स्कूल का कोई भी स्टाफ साथ में नहीं चलता है अकेला ड्राइवर किस तरह बच्चों को लाने ले जाने में सक्षम हो सकता है प्रयाग पब्लिक स्कूल की फीस की बात करें तो नर्सरी क्लास के बच्चों की फीस का बजट 12 से 14000 पर बर्ष का खर्चा आता है लेकिन बच्चों को स्कूल का स्टाफ और स्कूल के प्रबंधक घर से लाने से लेकर वापस आने तक मौत का खेल खेलते हैं बच्चों के साथ आप देख रहे हैं की स्कूली बहन में से बच्चों की क्या हालत है एक बच्चा तो स्कूल की वैन में से गिर ही जा रहा है जिसको दूसरे बच्चे पकड़े हुए हैं अगर स्कूल के बच्चे उसे बच्चों को ना पढ़ते तो बड़ा ही हादसा हो सकता था क्या पैसे की भूख इतनी ज्यादा बढ़ गई है जो किसी मां-बा आप के पैसों से लेकर उसके बच्चों तक को मौत के मुंह में धकेल सकता है कोई शिक्षक सूत्रों के हवाले से पता लगा है कि प्रयाग पब्लिक स्कूल में जो भी स्टाफ है वह स्टाफ पूर्ण रूप से शिक्षित नहीं है जब स्कूल का शिक्षक ही शिक्षित नहीं होगा तो किस तरह शिक्षा बच्चों को दे पाएगा जनपद मैनपुरी का प्रशासन और शिक्षक अधिकारी आखिर किस तरह आंख में चोली का खेल खेल सकते हैं जनपद मैनपुरी की बात करें तो करहल और जनपद भर में अनेक विद्यालय हैं जिन विद्यालयों में केवल लूट की जा रही है कहीं ना कहीं जनपद का पद ही दुर्भाग्य है की बच्चे पढ़ने के लिए खून पसीने से कमाई हुए पैसा तो खर्च करने के बाद भी बच्चे अशिक्षित ही रह रहे हैं आखिर क्या करें मां-बाप जनपद मैनपुरी के करहल व पूरे जनपद में प्राइवेट बस सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों का लिया जाए लिखित परीक्षा यह परीक्षा जनपद की वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा ली जाए इस परीक्षा में जो शिक्षक पास हो उसी को विद्यालय में पढ़ने का अधिकार दिया जाए और अशिक्षित शिक्षकों को किसी भी विद्यालय में बिल्कुल भी पढ़ने की अनुमति न दी जाए।

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