अखिल विश्व भूमंडल गीता ज्ञान महोत्सव नगर के शक्तिपीठ गमादेवी में बड़ी श्रद्धा भक्ति से मनाई गई

हरिओम द्विवेदी छिबरामऊ कन्नौज

गीता ज्ञान महोत्सव में वही ज्ञानामृत की रसधार।

बच्चों ने ज्ञान अमृत सुनकर सबको किया मंत्र मुग्ध।

 

अखिल विश्व भूमंडल गीता ज्ञान महोत्सव नगर के शक्तिपीठ गमादेवी में बड़ी श्रद्धा भक्ति से मनाई गई। भगवान श्री कृष्णा का वैदिक पूजन नगर के व्यवसाई देवास यादव से दीप पूजन कर शक्तिपीठ गमा देवी के पुजारी पंडित बनारसी दास शास्त्री ने कराया।

शिशु मंदिर से आए हुए बालक बालिकाओं को माल्यार्पण पुनीत भारद्वाज शैलेंद्र तिवारी एवं विमल पाठक ने किया उसके बाद में मंगल तिलक बच्चों का किया गया।

कार्यक्रम का संचालन शिशु मंदिर के प्राचार्य आचार्य अरुण चतुर्वेदी ने करते हुए कहा कि विश्व में गीता से बढ़कर कोई ग्रंथ नहीं गीता की वाणी भगवान श्री कृष्ण की वाणी ही है।

सभी बालक बालिकाओं में जय यादव मानवी चौहान प्रियांशी यादव दीपसी यादव पार्थ दुबे प्रतीक पाल अभिज्ञा मिश्रा समर्थ पांडे अखिल प्रताप सिंह कुशाग्र शर्मा ने गीता की वाणी सुनाकर सबको मंत्र मुक्त कर दिया। आए हुए बच्चों ने गीता की वाणी को जीवन उतरकर जीवन जीने की कला सिखाई ‌

पुनीत भारद्वाज ने कहा गीता बहुत ही पवित्र ग्रंथ है इसकी पूजा ही नहीं बल्कि गीता के श्लोक को पढ़कर जीवन को हम सभी सार्थक बना सकते हैं। देववास यादव ने कहा गीता का पाठ ब्राह्मण क्षत्रिय ही नहीं वैश्य शुद भी पढ़ सकता है। उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि जो जिस भाव से मुझे भजता है। इस भाव में हमको प्राप्त करता है।

शैलेंद्र तिवारी ने कहा कि गीता में कर्म करने को भगवान श्री कृष्ण ने कहा है फल तो अपने आप ही मिल जाएगा इसलिए मनुष्य को कर्म बिना फल की आशा किये करना चाहिए। भोलानाथ एडवोकेट ने कहा कि परमात्मा का अवतार तभी होता है जब धर्म की हानि होती है इसलिए हम सभी को धर्मनिष्ठ रहना चाहिए तभी सनातन धर्म की जय होगी हम सभी सनातनियों को सनातन धर्म का अनुपालन करना चाहिए।

कार्यक्रम के समापन पर संचालन कर रहे आचार्य अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि छात्र राष्ट्र के भाग विधाता हैं इसलिए बच्चों को विद्या वन के साथ-साथ संस्कारवान भी होना चाहिए विद्यालयों में आधुनिक शिक्षा के साथ संस्कार को भी बल देना चाहिए।

आए हुए सभी बालक बालिकाओं एवं श्रद्धालु जनों का आभार व्यक्त करते हुए शक्तिपीठ गमा देवी की पुजारी पंडित बनारसी दास शास्त्री ने कहा कि ऐसे आयोजनों से धार्मिक वातावरण बना रहता है गीता का पाठ प्रतिदिन करने से मनुष्य के जीवन में सुख शांति समृद्धि के साथ मनुष्य संस्कारवान बनता है। कार्यक्रम के अंत में भगवान श्री कृष्ण की वैदिक आरती के साथ सभी को प्रसाद वितरण किया गया एवं जो श्रद्धालु एकादशी व्रत रह रहे हैं उनको एकादशी की पोथी प्रसाद रूप में दिया गया उन्होंने कहा जो श्रद्धालु एकादशी व्रत रहते हैं वह शक्तिपीठ गमादेवी से एकादशी की पोथी प्रसाद रूप में प्राप्त कर सकते हैं। अंत में सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया प्रसाद पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड पड़ी।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से अभिषेक तिवारी आलोक दुबे एडवोकेट अनु चतुर्वेदी एडवोकेट धर्मेंद्र सिंह भदोरिया शैलेंद्र तिवारी संदीप सिंह चौहान गौरव दुबे ए भोलानाथ मिश्र आदि सम्मिलित रहे।

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