अहंकारी रावण का प्रभु श्री राम ने किया वध, आधी रात तक चली चौक लीला

मोहित गुप्ता मंडल संवाददाता 

 

शाहाबाद/हरदोई। श्री बाल रामलीला नाट्य कला मंदिर चौक रंगमंच पर आज चौदहवें दिन अहिरावण और रावण वध का जीवंत मंचन श्री राधारानी रामलीला व रासलीला मण्डल, बृजधाम महरौली वृन्दावन (मथुरा) के कलाकारों द्वारा किया गया। रावण अहिरावण वध व पुतला दहन दीदार को हजारों की संख्या में नर नारियों सहित बाल गोपाल मौजूद रहे। 52 वें वर्ष की अंतिम लीला अहिरावण एवं रावण वध का शुभारंभ शाहाबाद कोतवाल निर्भय कुमार सिंह व मेला कमेटी द्वारा आरती पूजन के बाद किया गया। आतातायी अहंकारी रावण का वध होते ही वायुमंडल जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। पुतला दहन से पूर्व जमीनी व आकाशीय आतिशबाज़ी का नज़ारा देख सभी आगंतुक हतप्रभ रह गये।

मेले में आई हजारों की भीड़ को संभालने के लिए शाहाबाद कोतवाल निर्भय कुमार सिंह, क्राइम इंस्पेक्टर शिव गोपाल, उप निरीक्षक महमूद आलम, घनश्याम बिंद, रामकिशोर सिंह चंदेल पुलिस बल के साथ व्यवस्था सुदृढ़ हेतु समापन तक मौजूद रहे। मेलाध्यक्ष उमेश चौधरी, महामंत्री वासू वर्मा, मेला संयोजक ज्ञानेन्द्र अवस्थी धीरू, निरीक्षक राजीव गुप्ता, मंच व्यवस्थापक रमेश सैनी, राहुल श्रीवास्तव ने अद्भुत सुरक्षा का चक्रव्यूह रचने वाले कोतवाल का आभार व्यक्त किया।

..कलाकारों ने अंतिम क्षणों की लीला में दिखाया, कि अंहकारी रावण अहिरावण को गंवाने के बाद विचलित हो जाता और युद्ध भूमि जाने के लिए सेना को तैयार होने का आदेश दे देता है। अहंकार में डूबे लंकापति को उसकी पत्नी मंदोदरी और भाई विभीषण लाख समझाने का प्रयास करते है। पत्नी मंदोदरी पैर पकड़कर कहती है कि अब भी सुधर जाओ आपके वंश का खात्मा आपके कारण हुआ है। सीता मैया को वापस कर दो प्रभु राम से क्षमा मांग लो, दुश्मनी करना अच्छा नहीं है। लेकिन अहम से भरे रावण हँसते हुए कहा औरतों के स्वभाव होता है। कि जब कोई मंगल कार्य होता है तो तो तुम डरने लगती हो वानर वनवासी और इंसान हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। वह कहता है मेरे नाम से दसों दिशाएँ काँपने लगती है और मेरी पत्नी होकर तुम इतना घबरा रही हो। अततंः रावण ने मंदोदरी की बात को नही माना और राम से युद्ध करके मारा गया। रावण के मरते ही रामादल सहित मेला पंडाल जयकारों से गूंज उठा।

 

…..मेलाध्यक्ष उमेश चौधरी ने मेला समापन उपरांत कहा कि आज की रावण दहन लीला के साथ 52वें वर्ष की मेला अंतिम पड़ाव की और अग्रसर है। उन्होंने मेला में सहयोग करने वाले सभी दानदाताओं सहयोगियों व कमेटी का आभार जताते हुए, पुनः अगले वर्ष इसी तरह सहयोग की कामना की। उन्होंने नगर व क्षेत्रवासियों को 15 अक्टूबर दिन मंगलवार को समापन अवसर हो रहे डांस महा मुकाबले व बेबी डांस फैंसी कैटवाक कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर मेला समिति के सभी पदाधिकारी व राम भक्त मौजूद रहे।

 

 

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